लखीमपुर हिंसा मामले में किसान और पुलिस के बीच में बात बन गई है। आज सुबह उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार और किसान नेता राकेश टिकैत ने साथ बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पुलिस ने भरोसा दिलाया कि सभी दोषियों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्यवाही होगी। बता दे कि सीएम योगी के आदेश पर घायल लोगों को उपचार के लिए ₹10 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। जबकि जिन लोगों ने अपनों को खोया है उनके परिजनों को ₹45 की आर्थिक मदद दी जाएगी। साथ ही साथ एक नौकरी योग्यता अनुसार दी जाएगी। बता दें कि लखीमपुर में इस वक्त धारा 144 लगी हुई है। आज सुबह ही उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने पंजाब सरकार को पत्र लिखा और अनुरोध किया कि पंजाब सरकार सुनिश्चित करें कि वहां से कोई भी व्यक्ति उत्तर प्रदेश के लखीमपुर ना आए। साथ ही सरकार ने यह भी बताया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा गिरफ्तार किया जाएगा। बता दें कि किसानों का आरोप है कि अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने ही किसानों के ऊपर गुस्से में गाड़ी चढ़ाई, जिसकी वजह से 4 किसानों की मृत्यु हो गई।
बता दे कि कल लखीमपुर खीरी में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का एक कार्यक्रम था और वहां पर विरोध में किसान भी इकट्ठा हुए थे। किसानों ने आरोप लगाया कि अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने उनके ऊपर गाड़ियां चढ़ा दी। जिसकी वजह से किसानों की मृत्यु हो गई। हालांकि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने कहा कि उनका गाड़ी ड्राइवर चला रहा था और किसानों ने गाड़ी पर पथराव किया जिसकी वजह से ड्राइवर को चोट आई और ड्राइवर असंतुलित होकर गाड़ी लेकर गिर गया। जिससे गाड़ी पलटने की वजह से ही 2 लोगों की मौत हुई। जबकि किसानों का आरोप है कि गाड़ी अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने जानबूझकर किसानों पर चढ़ाई है। बता दें कि अब तक लखीमपुर घटना में 9 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। जिसमें 4 किसान हैं और 4 बीजेपी के लोग शामिल है। लखीमपुर हिंसा में एक पत्रकार की भी मृत्यु हुई है। स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप की भी लखीमपुर हिंसा में हत्या हुई।