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कौन है समीर वानखेड़े जिनसे डरते हैं ड्रग माफिया? पढ़िए रिपोर्ट

जब सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु हुई,उसके बाद से ही बॉलीवुड के ड्रग कार्टेल के बारे में चर्चा आम हो गई। इसके बाद एनसीबी पूरी तरह से सक्रिय हो गई और एनसीबी ने बॉलीवुड की बड़ी-बड़ी हस्तियों के यहां भी छापे मारे और उनसे पूछताछ की। इन सब का नेतृत्व एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे कर रहे थे। परसों रात जब एनसीबी ने एक लग्जरी क्रूज पर छापेमारी की , इसका नृतत्व समीर वानखेड़े ही कर रहे थे।

बता दें कि समीर वानखेडे 40 साल के हैं और वह 2008 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं। इसके पहले वानखेड़े एयर इंटेलिजेंस यूनिट में और एनआईए में अतरिक्त एसपी के रूप में काम कर चुके हैं। समीर वानखेडे काफी कड़क आदमी अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं और उनके ऊपर कोई भी राजनीतिक दबाव भी नहीं काम करता है। बता दे कि 2011 में जब वर्ल्ड कप ट्रॉफी को एयरपोर्ट से ले जाया जा रहा था उस समय सचिन वानखेड़े ने सर्विस चार्ज का भुगतान होने के बाद ही ट्रॉफी को ले जाने की अनुमति दी थी। वानखेड़े ने ही सिंगर मिका सिंह को 2013 में विदेशी मुद्रा के साथ पकड़ा था। बता दें कि समीर वानखेडे ही वो शख्स हैं जिन्होंने रामगोपाल वर्मा और अनुराग कश्यप के यहां भी छापे मारे थे।

साल 2010 में समीर वानखेडे का ट्रांसफर महाराष्ट्र सेवा कर विभाग में हुआ और उस समय उन्होंने 2500 लोगों के खिलाफ टैक्स चोरी का मुकदमा दर्ज किया, इसमें 200 बालीवुड की मशहूर हस्तियां भी शामिल थी। इसके बाद महज 2 साल के अंदर महाराष्ट्र के सरकारी खजाने में ₹87 करोड़ की बढ़ोतरी देखी गई थी ,जो कि एक रिकॉर्ड है।

सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के बाद जब एनसीबी ने ताबड़तोड़ छापेमारी की उस समय कई बार ड्रग पेडलर्स ने एनसीबी के अधिकारियों के ऊपर भी हमला किया। 22 नवंबर 2020 को ऐसे ही समीर वानखेडे अपने पांच साथियों के साथ एक ड्रग माफिया के वहां छापेमारी के लिए पहुंचे। उस समय उनके ऊपर 50 से अधिक ड्रग पैडलर ने हमला कर दिया था। हालांकि इसमें समीर वानखेड़े को हल्की चोटें आई थी और उनके 2 साथी घायल हो गए थे।

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