लखीमपुर खीरी जिले में रविवार को हुई हिंसा पर सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से FIR, आरोपी और गिरफ्तारी को लेकर स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। आपको बता दें कि लखीमपुर कांड में चार किसानों समेत कुल 8 लोगों की मौत हो गई थी।
इस पूरे मामले में हुई हिंसा के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के दो वकीलों ने CJI एनवी रमन को पत्र लिखकर सीबीआई जांच का निर्देश देने की मांग की है।
कोर्ट ने हिंसा में मारे गए किसान लवप्रीत सिंह की मां को उचित इलाज देने के भी निर्देश दिए। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने एक वकील अमृत पाल सिंह खालसा का लिखा एक मैसेज पढ़ा। मेसेज में बताया गया था कि लवप्रीत की मौत के बाद उनकी मां गम्भीर हालात में है। कोर्ट ने यूपी सरकार से कहा कि उन्हें तुरंत नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया जाए, उचित चिकित्सा की सारी सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
लखीमपुर कांड पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ये थे सवाल जवाब
CJI एनवी रमन ने कहा कि दो वकीलों ने दो दिन पहले एक लेटर लिखा था। इनमें से एक शिव कुमार त्रिपाठी थे और एक अन्य सज्जन।
CJI रमन: एडवोकेट विजय हंसारिया आप किसकी तरफ से पेश हो रहे हैं?
हंसारिया: मैं भारतीय नागरिकों के जीवन और आजादी के लिए बार के सदस्य के तौर पर हाजिर हूं।
CJI:- यह लेटर दो वकीलों ने लिखा है। हमने रजिस्ट्री को निर्देश दिया कि इसे PIL के रूप में रजिस्टर करें लेकिन गलतफहमी के चलते यह स्वत: संज्ञान हो गया। लेकिन ठीक है। पत्र लिखने वाले दोनों वकीलों को मौजूद रहने के लिए सूचित कीजिए।
इन सवालों के बाद सुनवाई को कुछ समय के लिए रोक दिया गया और फिर कुछ समय अंतराल के बाद फिर से सुनाई शुरू की गई जिसके बाद जो सवाल जवाब हुए वो कुछ इस प्रकार थे।
CJI: वकील कहां हैं? शिव कुमार त्रिपाठी
त्रिपाठी: माफ कीजिए, मैं कनेक्ट नहीं हो पा रहा था। पत्र के जरिए मेरी अर्जी घटना को लेकर है… मुझे आशा है कि कोर्ट इसका संज्ञान लेगा। प्रशासन की लापरवाही से मारे गए किसानों का सही आंकड़ा लिखा गया है।
त्रिपाठी: हम कोर्ट से अनुरोध करते हैं कि वह इस संबंध में उचित ऐक्शन ले।
एडवोकेट अमृतपाल: सर, किसान की मांग की हालत गंभीर है।
सुप्रीम कोर्ट, लखीमपुर हिंसा पर यूपी सरकार को निर्देश
देते हुए कहा कि, जिस तरह से लोगों की जान गई वह दुर्भाग्यपूर्ण है। आरोपी किसे बनाया। एफआईआर में किसका नाम है और किसे गिरफ्तार किया है सब डीटेल दीजिए। अभी तक क्या छानबीन हुई। अभी तक इलाहाबाद हाई कोर्ट में क्या हुआ। स्टेटस रिपोर्ट दीजिए।
CJI: 10 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
AAG: एसआईटी और न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है। एफआईआर दर्ज किया गया है।
CJI: शिकायत यह है कि आप इस मामले को ठीक तरह से नहीं देख रहे हैं और एफआईआर उचित तरह से दर्ज नहीं की गई। आयोग की डीटेल क्या है?
AAG: इसका नेतृत्व एक रिटायर्ड हाईकोर्ट जज कर रहे हैं।
सीजेआई: हाईकोर्ट के सामने पेंडिंग पीआईएल का क्या स्टेटस है।
AAG: मैं डीटेल हासिल कर कल पेश कर सकती हूं।