तोषी, जन की बात
उत्तर प्रदेश में अगले 5 महीने के अंदर विधानसभा चुनाव होने है। विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव का सेमी-फाइनल होता है। लंबे वक्त से कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में मुंह की खानी पड़ रही है। लेकिन कांग्रेस पार्टी यूपी चुनाव को जीतने के लिए हर मुमकिन कोशिश करते हुए नजर आ रही है। यह बात आप इस बात से समझ सकते है कि लखनऊ से मात्र 163 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में 9 लोगो की मौत हो जाती है। जिसके बाद कांग्रेस लगातार पीड़ितों से मिलने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है। लखीमपुर हिसां में अब तक चार किसान, चार भाजपा कार्यकर्ता और एक स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप की मौत हो चुकी है। इस पूरे मामले पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के एक्टिव मोड को देखते हुए ऐसा लग रहा है जैसे कि कांग्रेस पार्टी में नई जान आ गई हो।
हालांकि कांग्रेस के एक्टिव मोड को देखते हुए चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने गांधी परिवार पर तंज कसते हुए कहा कि “राजनीतिक गतिविधियों को कांग्रेस की वापसी के तौर पर देखे जाने को गलतफहमी बताया है। जिन लोगों को लगता है कि लखीमपुर कांड की वजह से कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष त्वरित वापसी करेगा, वह गलतफहमी में हैं”। बता दें कि चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियों में काफी एक्टिव मोड में नजर आ रही है। हाथरस कांड के बाद भी कांग्रेस पार्टी लगातार पीड़ित परिवार से मिलने की कोशिश करती है। लेकिन पीड़ित परिवार का आरोप है कि कई महीनों से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने उनके परिवार की कोई सुध बुध नहीं ली है।
बता दें कि कुछ दिनों पहले तक चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की कांग्रेस में शामिल होने की अटकले लग रही थी लेकिन पीके के इस ट्वीट के बाद सारी अटकलों पर पूर्ण विराम लग चुका है। आपकों बता दें कि यहां पर ग्रैंड ओल्ड पार्टी से मतलब कांग्रेस से है।