तोषी, जन की बात
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये भव्य धाम भक्तों को अतीत के गौरव का एहसास कराएगा। उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50-60 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं। लोकार्पण के दौरान केंद्र सरकार और यूपी सरकार की तरफ से भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, जिसमें बीजेपी शासित राज्यों के 12 मुख्यमंत्री और 9 उपमुख्यमंत्री शामिल रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकार्पण करने के बाद आस्था की तर्ज पर देशवासियों से कहा कि आप यहां जब आएंगे तो केवल आस्था के दर्शन नहीं करेंगे, आपको यहां अपने अतीत के गौरव का अहसास भी होगा। कैसे प्राचीनता और नवीनता एक साथ सजीव हो रही हैं। कैसे पुरातन की प्रेरणाएं भविष्य को दिशा दे रही हैं। इसके साक्षात दर्शन विश्वनाथ धाम परिसर में हम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है। ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का, ये प्रतीक है, हमारी आध्यात्मिक आत्मा का. ये प्रतीक है, भारत की प्राचीनता का, परम्पराओं का,भारत की ऊर्जा का और गतिशीलता का। पहले यहां जो मंदिर क्षेत्र केवल तीन हजार वर्ग फीट में था, वो अब करीब 5 लाख वर्ग फीट का हो गया है। अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं। यानि पहले माँ गंगा का दर्शन-स्नान, और वहां से सीधे विश्वनाथ धाम।
बता दे कि लगभग 2 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करते हुए अपने भाषण में कहा कि काशी तो काशी है, काशी तो अविनाशी है। काशी में एक ही सरकार है, जिनके हाथों में डमरू है, उनकी सरकार है। जहां गंगा अपनी धारा बदलकर बहती हों, उस काशी को भला कौन रोक सकता है?
वहीं दूसरी ओर पीएम मोदी ने काशी की एकता का उदाहरण देते हुए काशी वासियों और देशवासियों से कहा कि कालांतर में आतताइयों की नजर काशी पर रही है। लेकिन यहां अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं। अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं। अंग्रेजों के दौर में भी, वारेन हेस्टिंग का क्या हश्र काशी के लोगों ने किया था, ये तो काशी के लोग जानते ही हैं।
बता दें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले पीएम मोदी ने बाबा के साथ साथ काशी कोतवाल कालभैरव जी के दर्शन किए थे। पीएम मोदी ने कहा कि देशवासियों के लिए उनका आशीर्वाद लेकर आ रहा हूं। काशी में कुछ भी खास हो, कुछ भी नया हो, उनसे पूछना आवश्यक है। मैं काशी के कोतवाल के चरणों में प्रणाम करता हूं।