ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के बीच काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत कुलपति तिवारी वाराणसी न्यायालय पहुंचे पूर्व महंत डॉ कुलपति तिवारी ने कहा कि ; कचहरी में आया हूं बाबा विश्वेश्वरनाथ के लिए, मैं उनकी तरफ से आया हूं. आज मेरी तरफ से एक याचिका दाखिल हो रही है. इसमें मांग की जा रही है कि उसमे चार मंडप है. ज्ञानवापी परिसर में जो शिवलिंग मिला है वह साबित है. वह मुझे दिया जाये ताकि मै बाबा की राग-भोग-सेवा और भक्त दर्शन कर सकें.’
कोर्ट से मांगेंगे पूजा का अधिकार
काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ कुलपति तिवारी सोमवार के जिला जज की अदालत में याचिका दाखिल करने पहुंचे. उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में मिले शिवलिंग के स्नान भोग-राग श्रृंगार और पूजा पाठ का अधिकार उन्हें दिया जाए. उन्होंने कहा कि हम न्यायिक तरीके से अपने भगवान विशेश्वर की पूजा का अधिकार मांगने आए हैं.
वाराणसी
काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत कुलपति तिवारी पहुंचे कचहरी परिसर
ज्ञानवापी परिसर में दावे के मुताबिक मिले शिवलिंग के पूजन का मांगेंगे अधिकार
अपने वकील के साथ पहुंचे है कुलपति तिवारी pic.twitter.com/zPIGZTOl3B
— Office of Vishva Gaurav🇮🇳 (@VGTtweets) May 23, 2022
महंत ने दिखाई थी 1780 की फोटो
इससे पहले महंत ने एबीपी गंगा को सन 1780 की फोटो दिखाकर हकीकत को बयां किया. इसके साथ ही संत समाज अपनी दावेदारी पेश कर रहा है. अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती की माने तो व्यास परिवार और काशी की जनता के साथ नागा सन्यासी और संत परम्परा भी शिव पूजन का अधिकारी मांग रही है. काशी की जनता और खासकर सिख समुदाय भी शिवलिंग पूजन के समर्थन में उतर गया है. आपको बता दें कि सर्वे के दौरान मिले शिवलिंग की पूजा की मांग बढ़ रही है. मामला कोर्ट में है लेकिन भावनाओं के देखते हुए कोर्ट के आगे के निर्णय पर सबकी नजर होगी.