मंगलवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर प्रदीप भंडारी ने ज्ञानवापी में 1991 पूजा स्थल अधिनियम को दोबारा से अध्ययन करने की बात की है. शो के दौरान बीजेपी प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी और कम्युनिस्ट पार्टी लीडर विवेक श्रीवास्तव के बीच में बड़ी बहस हुई.
शलभ मणि तिवारी ने कहा कम्युनिस्ट पार्टी नकाबपोश है, जिनकी दुकान इस्लामिक कंट्री से चलती है. यह लोग सनातन और हिंदुओं को गाली देते हैं और इसके लिए सारा खर्चा इस्लामिक कंट्री और चाइना से आता है.इसके जवाब पर कम्युनिस्ट के नेता ने कहा कि हम अल्पसंख्यक हैं, हम ताकतवर है इसलिए दलित उत्पीड़न बंद करो, जो आप सदियों से करते आए हो. किसी दिन दलित को हिंदुस्तान की गद्दी पर बिठाओगे.
क्या प्रकाश करात, वृंदा करात दलित हैं: प्रदीप भंडारी
प्रदीप भंडारी ने कम्युनिस्ट पार्टी के लीडर को जवाब देते हुए कहा कि,’कम्युनिस्ट पार्टी की मेन काउंसलिंग में दलित कब बना था. क्या सीताराम येचुरी दलित है, प्रकाश करात दलित है, वृंदा करात दलित है, नहीं ना तो पहले अपनी पार्टी के गिरेबान में झांक ले. केरला के अंदर बनाइए दलित को मुख्यमंत्री. हिंदुओं को बांटने का काम मत करिए.
'Why don't you talk about Halala? Why didn't you talk about Triple Talaq?' – Shalabh Mani Tripathi, BJP Spokesperson and MLA counters CPI Leader Vivek Srivastav on @pradip103's show @JMukadma on @IndiaNews_itv.#ReviewWorshipAct@shalabhmani pic.twitter.com/MQBgBkBwfJ
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) May 24, 2022