1990 के बाद 2022 में फिर से कश्मीर की घाटी में आतंकियों ने खूनी खेल शुरू कर दिया है, जिसे टारगेट किलिंग का नाम दिया गया है। इसमें कई आतंकवादी संगठन सक्रिय है जो सिर्फ हिंदू को अपना निशाना बना रहे हैं। आतंकी अब तक 18 हिंदुओं की हत्या कर चुके हैं, जिसमें कई कश्मीरी पंडित और गैर कश्मीरी भी शामिल हैं।
घाटी में फिर से एक बार कश्मीरी पंडितों की खून की धारा बहने लगी है। आज राजस्थान के रहने वाले विजय कुमार की बैंक के अंदर घुसकर आतंकियों ने गोलिमारकर हत्या कर दी। कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। गुरुवार को दक्षिण कश्मीर के जिला कुलगाम में आतंकियों ने एक बैंक मैनेजर की गोली मार हत्या कर दी। इस हमले का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें आतंकी मास्क लगाकर बैंक में प्रवेश करता है और एक मिनट के अंदर बैंक मैनेजर विजय पर गोली बरसा कर भाग निकलता है, स्थानीय प्रशासन और सेना की मदद से एरिया को सील कर आतंकी की खोज जारी है।
वहीं देर शाम बिहार के रहने वाले मजदूर दिलखुश की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घाटी के कुलगाम में कई हिन्दू प्रवासी मजदूर ईंट भट्ठे पर काम कर रहे थे, अचानक आतंकियों ने गोली बरसानी शुरू कर दी , जिसमें दिलखुश की मौत हो गई।
शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह टारगेट किलिंग पर बड़ी बैठक करने वाले हैं। वहीं इससे पहले 31 मई को कुलगाम के ही गोपालपोरा में हिंदू टीचर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं इससे पहले 25 मई को कश्मीरी टीवी आर्टिस्ट अमीरा भट्ट और 24 मई को एक पुलिसकर्मी को आंतकियों ने निशाना बनाया था। 12 मई 2022 को कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की बडगाम में गोली मारकर हत्या के बाद अब यह सिलसिला लगातार जारी है।