2002 गुजरात दंगों को लेकर SIT ने बड़ा खुलासा किया इसमें कहा गया है कि तीस्ता सीतलवाड़ ने तकलीन गुजरात सरकार को अस्थिर करने के लिए कांग्रेस के नेता अहमद पटेल के साथ मिलकर साजिश रची थी. इसमें कई मासूम लोगों और सरकरी अफसरों को झूठे तौर पर फसाया गया था. जिसमे गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी निशाने पर थे.
SIT को एक विटनेस ने बताया की गोधरा ट्रेन हादसे के कुछ दिन बाद कांग्रेस के बड़े नेता अहमद पटेल ने तीस्ता सीतलवाड़ के हांथों 5 लाख रुपये कैश भिजवाए थे. उसके दो दिन बाद ही अहमदाबाद के शाहीबाग सर्किट हाउस में तीस्ता और अहमद पटेल कि मिटिंग हुई थी, जिसके बाद उसी विटनेस द्वारा तीस्ता को 25 लाख रुपये और भिजवाए गए.
तीस्ता सेतलवाड़ की साजिश का खुलासा दस्तावेजों के साथ
तकलीन गुजरात सरकार को अस्थिर करने के लिए कांग्रेस के नेता @ahmedpatel के साथ मिलकर रची थी साजिश
कई मासूम लोगों और सरकरी अफसरों को फर्जी इम्प्लिकेट किया गया जिसमे गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री @narendramodi भी निशाने पर थे 1/6 pic.twitter.com/2k8yUXjbLq— Nirnay Kapoor (@nirnaykapoor) July 16, 2022
गोधरा हादसे के एक हफ्ते बाद ही तीस्ता सीतलवाड़ आरबी श्रीकुमार और संजीव भट्ट से मिली थीं. जबकि ये दोनों अधिकारी किसी भी कैपेसिटी में रिलीफ वर्क के साथ नहीं जुड़े हुए थे. बाद में ये तीनो अहमद पटेल के दिल्ली स्थित निवास पर भी कई मीटिंग्स कर चुके थे. 2006 में पंडरवाड़ा नरकंकाल खुदाई के लिए मिडियाकर्मयों को तीस्ता और आरबी श्रीकुमार साथ ले गए थे जहा एक विटनेस के अनुसार तीस्ता ने कहा था “अब ये सरकार तीन दिन में गिर जाएगी”.
हलफनामे में गुजरात दंगों का चेहरा बन चुके कुतुबुदीन अंसारी के बयान का भी हवाला दिया गया है की कैसे तीस्ता ने उसकी तस्वीर और उसका दुरूपयोग करके उसके नाम को भुनाया और बाद में तंग आकर कुतुबुदीन अंसारी तीस्ता से अलग हो गया.
इसके अलावा हलफनामे में गृह मंत्रालय के हवाले से उन बैंक खातों का ब्यौरा दिया गया है, जिसमें बताया गया है कि तीस्ता सीतलवाड़ को कितना पैसा विदेशों से मिला और दंगा पीडतों के लिए उपयोग में लाने की बजाये उसने इन पैसों को खुद पर खर्च किया.