विधानसभा में जारी राजनितिक संकट के बीच मुख्यमंत्री सोरेन ने विश्वासमत हासिल जीत लिया है और ऐसे में अब झारखंड में उनकी सरकार बरक़रार रहेगी । सरकार के पक्ष में 48 वोट पड़े हैं। वहीं, भाजपा ने सदन से वॉक आउट कर दिया, सोरेन सरकार की जीत के साथ ही ही विधानसभा की कार्रवाही अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित कर दी गई है। बताते चलें की इससे पहले आज सुबह खुद ही मुख्यमंत्री सोरेन छत्तीसगढ़ से विधायकों को बस में लेकर वापस आए थे।
आज सुबह जैसे ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विधायकों को लेकर विधानसभा पहुंचे, वैसे ही भाजपा विधायक विधानसभा के आगे प्रदर्शन करने लगे और नारे लगाने लगे,इस दौरान भाजपा विधायक, सोरेने के विधायकों के छत्तीसगढ़ जाने और दुमका हत्याकांड का मुद्दा उठा रहे थे।
सोरेन ने विश्वासमत जीतने के बाद विधानसभा में कहा कि मैं आंदोलनकारी का बेटा हूं मुझे भाजपा डराने की व्यर्थ कोशिश कर रही है।
सोरेन ने कहा जब से उनकी सरकार ने शपथ ली है, तब से ही भाजपा दूसरी पार्टी के विधायकों की सौदे की कोशिशों मे जुटी थी । सोरेन ने विश्वास प्रस्ताव पर अपने भाषण के दौरान झारखंड के राज्यपाल और चुनाव आयोग पर भी हमला बोला और कहा कि राज्य के यूपीए नेताओं ने जब चुनाव आयोग से आये पत्र पर स्थिति साफ करने का आग्रह किया तो उन्होंने एक-दो दिनों में निर्णय लेने की बात कही, लेकिन इसके अगले ही दिन पिछले दरवाजे से दिल्ली निकल गये ।
सोरेन ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाले ये लोग सिर्फ धंधेबाज हैं, गरीबों के लिए इनके पास पैसा नहीं है और दो व्यापारी मालामाल हो रहे हैं, गैर बीजेपी राज्यों में सरकार को किसी भी तरह अस्थिर करने का काम हो रहा है, हिंदू-मुस्लिम का नारा देकर जनता को सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है और विकास शून्य कर दिया है ।