प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति का आज दिल्ली के कर्तव्यपथ पर अनावरण कर दिया है,राजपथ से कर्तव्य पथ बनते ही वहां पर नेताजी की मूर्ति नई दिल्ली की नई शान बन गई है,ये शान 100 सालों तक मजबूती से ऐसे ही खड़ी रहने वाली है 26 हजार घंटे की मेहनत सही मायनों में रंग लाई है ।
जहां इस साल की शुरुआत में पराक्रम दिवस (23 जनवरी) के अवसर पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया गया था, PM मोदी ने प्रतिमा का अनावरण करने के बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की ।
प्रतिमा का अनावरण आजाद हिंद फौज के पारंपरिक गीत ‘कदम, कदम बढ़ाए जा’ की धुन के साथ किया गया, एक भारत-श्रेष्ठ भारत और अनेकता में एकता की भावना को प्रदर्शित करने के लिए देश के कोने-कोने से आए 500 नर्तकों द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया,करीब 26,000 घंटे के अथक कलात्मक प्रयासों से अखंड ग्रेनाइट को तराश कर 65 मीट्रिक टन वजन की इस प्रतिमा को तैयार किया गया है,काले रंग के ग्रेनाइट पत्थर से निर्मित 28 फुट ऊंची यह प्रतिमा इंडिया गेट के समीप एक छतरी के नीचे स्थापित की गई है ।
प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा कि पिछला राजपथ नाम सत्ता का प्रतीक था और इसका नाम बदलकर कर्तव्य पथ करना सार्वजनिक स्वामित्व और सशक्तीकरण का एक उदाहरण, प्रधानमंत्री नरेंद मोदी आज यानी कि 8 सितंबर की शाम को पूरे सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का उद्घाटन करने वाले हैं, जिसका सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत पुनरुद्धार किया गया है ।
अंडमान- निकोबार द्वीपसमूह का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा की सुभाष चन्द्र बोस ने सबसे पहले भारत का तिरंगा इस द्वीप पर फहराया था ।