एनआईए व ईडी की लगातार छापेमारी के बाद देश में पीएफआई को लेकर हर दिन देश की जांच एजेंसियों के द्वारा नए-नए खुलासे किए जा रहे हैं। देश के अनेकों हिस्सों में लगातार पिछले कई दिनों से जांच एजेंसियां पीएफआई के दफ्तर व उससे जुड़े लोगों के कार्यालय घर पर छापेमारी कर रही है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA)और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तमिलनाडु, केरल समेत 15 राज्यों में PFI के ठिकानों पर छापेमारी की है। छापेमारी के दौरान 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिन राज्यों में एनआईए ने छापेमारी की है उनमें केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, असम, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र शामिल हैं।
पीएम मोदी को मारने की थी प्लानिंग
जांच के दौरन एक बड़ी सजीश का पता लगा है। पटना रैली में पीएफआई की योजना पीएम मोदी पर जनलेवा हमला करने की थी।
BREAKING :
ED & NIA makes SHOCKING revelations, says a plan was hatched to attack Prime Minister Narendra Modi in Bihar on July 12. #PFICrackdown #NarendraModi
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) September 24, 2022
PFI ने दो महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने की साजिश रची थी। 12 जुलाई को उनकी पटना रैली में विस्फोट की तैयारी की थी। इसके लिए पीएफआई का टेरर मॉड्यूल खतरनाक हथियारों और विस्फोटकों जुटाने में लगा हुआ था। पीएम मोदी की रैली पर हमला करने के लिए ट्रेनिंग कैंप तक का आयोजन हुआ था।
ये सनसनीखेज दावे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने किए हैं। ईडी के मुताबिक, पीएफआई ने यूपी में भी संवेदनशील जगहों और हस्तियों पर एक साथ हमले की तैयारी थी।
जुलाई में भी पटना से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई थी। उस समय उनसे बरामद दस्तावेजों में ‘इंडिया 2047’ नाम से पीएफआई की बुकलेट भी थी जिसमें 2047 तक भारत को मुस्लिम देश बनाने का ‘आतंकी ब्लूप्रिंट’ था। उस समय भी यह बात सामने आई थी कि पीएफआई अपने नापाक मंसूबों के लिए जगह-जगह ट्रेनिंग कैंप भी लगा रही है।
क्या है PFI ?
पॉपुलर फ्रट ऑफ इंडिया यानी 17 फरवरी 2007 को हुआ था। ये संगठन दक्षिण भारत में तीन मुस्लिम संगठनों का विलय करके बना था। इनमें केरल का नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट, कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी और तमिलनाडु का मनिथा नीति पसराई शामिल थे। पीएफआई का दावा है कि इस वक्त देश के 23 राज्यों में यह संगठन सक्रिय है। देश में स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट यानी सिमी पर बैन लगने के बाद पीएफआई का विस्तार तेजी से हुआ है।