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महाठग सुकेश के सत्येंद्र जैन पर लगाए गए आरोपों की स्वतंत्र जांच हो- प्रदीप भंडारी की दलील

मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने दावा किया है कि उसने आप नेता सत्येंद्र जैन 10 करोड़ रुपए प्रोटेक्शन मनी के तौर पर दिए हैं। सुकेश चंद्रशेखर ने जेल से एलजी वीके सक्सेना को पत्र लिखकर जैन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

मंगलवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर शो
के होस्ट प्रदीप भंडारी ने इसी मुद्दे पर आज का मुकदमा किया।

प्रदीप भंडारी ने कहा कि,मैं भारत के सबसे बड़े चोर सुकेश चंद्रशेखर द्वारा एक राजनेता, आम आदमी पार्टी के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ लगाए गए आरोपों से विश्वास से परे हूं, जो मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल में है। दर्शक कल्पना करें, भारत के सबसे बड़े व्यवसायी को ठगने वाला एक ठग, जिसने तिहाड़ परिसर से 200 करोड़ का रैकेट चलाया, जिसने जेल अधिकारियों को रिश्वत दी और जिसने ग्लैमरस अभिनेत्रियों के साथ पार्टी की और उनको महंगे उपहार दिए – और वो ही सुकेश सत्येंद्र जैन द्वारा जबरन वसूली का शिकार होने की शिकायत कर रहा है, जब वे जेल मंत्री और डी.जी जेल संदीप गोयल थे।

 

प्रदीप भंडारी ने आगे कहा कि,ये सब क्या हो रहा है? अगर ये आरोप सही हैं तो इस देश में किस तरह का भ्रष्टाचार चल रहा है? इस ठग ने अपने वकील के माध्यम से एलजी को पत्र लिखकर कहा है कि उसने सीबीआई के सामने जैन के खिलाफ गवाही दी और उसके खिलाफ सभी सबूत देने को तैयार है। अब, कोई पूछ सकता है – एक ठग के दावों को अंकित मूल्य पर कैसे लिया जा सकता है? ऐसा नहीं हो सकता और इसलिए गहन जांच की जरूरत है। लेकिन दूसरी ओर इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि आरोप एक राजनेता के खिलाफ लगाए गए हैं – जिसके खिलाफ ईडी ने अदालत में कहा कि उसके पास मनी लॉन्ड्रिंग के प्रथम दृष्टया सबूत हैं। तो मेरे पास आज रात कुछ प्रश्न हैं –

क्या सत्येंद्र जैन सुकेश चंद्रशेखर से जेल में मिले थे जब वे जेल मंत्री थे? क्या सुकेश चंद्रशेखर ने आप और सत्येंद्र जैन को कोलकाता हवाला चैनलों के माध्यम से कोई पैसा दिया? क्या सत्येंद्र जैन ने ठग सुकेश चंद्रशेखर को दक्षिण भारत में आप में प्रमुख पद देने का वादा किया था?क्या सुकेश ने डीजी जेल संदीप गोयल को भी दी रिश्वत?

क्या कॉनमैन – सीरियल चीटर – धोखेबाज – सुकेश के आरोपों को बिना किसी जांच के  सत्य माना जा सकता है? यदि पत्र 7 अक्टूबर को लिखा गया था, तो इसको ऐसे समय में क्यों उठाया जा रहा है जब गुजरात में भाजपा मोरबी घटना पर सवालों का सामना कर रही है?

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