गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी की अब तक की सबसे बड़ी जीत हुई है। बीजेपी ने गुजरात में 156 सीटें हासिल की है। वहीं कांग्रेस 17 सीटों पर सिमट गई जबकि आम आदमी पार्टी को केवल 5 सीटें हासिल हुई। प्रदीप भंडारी ने बताया कि कैसे बीजेपी को गुजरात में इतनी प्रचंड जीत मिली है, वहीं हिमाचल में बीजेपी कैसे हारी है।
AAP कभी गुजरात में प्लेयर नहीं थी: प्रदीप भंडारी
प्रदीप भंडारी ने ट्वीट कर लिखा, “पीएम मोदी के नेतृत्व में सत्ता विरोधी लहर की कोई अवधारणा नहीं थी। लेकिन जीत की मात्रा और बीजेपी के 157 को छूने के साथ कांग्रेस का पूर्ण विध्वंस गुजरात और भारत में पीएम मोदी के लिए अपार प्रेम के बारे में बताता है, जिसे कोई ईमानदार डेटा नहीं आंक सकता है। AAP कभी भी गुजरात में टेकऑफ़ वोट वाली खिलाड़ी नहीं थी और उम्मीद थी कि उसे 13-14% वोट शेयर मिलेगा। कम मतदान प्रतिशत भाजपा कार्यकर्ताओं के मतदान के लिए बाहर नहीं आने के कारण नहीं था, बल्कि कांग्रेस के समर्पण के कारण और भाजपा के वोट शेयर को 53% तक पूरी तरह से बढ़ाना था।”
प्रदीप भंडारी ने आगे बताया, “माजुरा से हर्ष सांघवी, जामनगर उत्तर से रीवाबा, हार्दिक पटेल वीरमगाम, अल्पेश, जिग्नेश की जीत, बीजेपी 16/16 (सूरत मे), 19/21 अहमदाबाद में जीती, ये सभी जन की बात के जमीनी रुझान के अनुसार हैं। सौराष्ट्र में कांग्रेस के विध्वंस ने बीजेपी को 157 पर पहुंचा दिया है। कुछ कारक विज्ञान मतदान और चुनाव विज्ञान से परे जाते हैं और परिणाम में अप्रत्याशित रूप से भारी हो सकते हैं।”
हिमाचल में निर्दलियों ने बिगाड़ा खेल
प्रदीप भंडारी ने हिमाचल चुनाव को लेकर लिखा, “हिमाचल प्रदेश में 10-15 सीटों पर 1.5% वोट के अंतर से फैसला हुआ है और निर्दलीयों को 10% से अधिक वोट मिल रहे हैं। हिमाचल में बीजेपी के बागियों द्वारा डाले गए ‘पॉकेट’ वोटों ने हर ग्राउंड रीडिंग को खारिज कर दिया है।”
There was no concept of anti incumbency with PM @narendramodi at helm. But the quantum of victory & the complete demolition of Congress with BJP touching 157 speaks volumes about the enormous love that Gujarat& India has for PM Modi, which no honest data can judge! #Gujarat
1/n— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) December 8, 2022
एमसीडी में कांग्रेस ने AAP को चौंकाया
एमसीडी चुनाव को लेकर प्रदीप भंडारी ने लिखा, “दिल्ली ने कांग्रेस के पक्ष में मुसलमानों के अभूतपूर्व रणनीतिक मतदान को देखा और आप को 155 के आधार से घटाकर 135 कर दिया। 7/9 कांग्रेस पार्षद मुस्लिम हैं। कांग्रेस की वृद्धि का अनुपात आप की कमी के बराबर था। बीजेपी ने दिल्ली में पहले की तरह के वोट को बनाए रखा।”