चुनावी विश्लेषण करना कोई सट्टेबाजी का काम नहीं है। गुजरात, हिमाचल और एमसीडी चुनाव के दौरान कई एग्जिट पोल ऐसे आए, जैसे लगा कि वह जमीन पर ना जाकर बल्कि सट्टा बाजार के हिसाब से सीटों की संख्या बता रहे हैं। गुजरात में जब ज्यादातर एग्जिट पोल आम आदमी पार्टी के वोट शेयर को 20% या उससे अधिक बता रहे थे, तब जन की बात के एग्जिट पोल के हवाले से प्रदीप भंडारी ने बताया था कि आम आदमी पार्टी 13% के आसपास रहेगी।
गुजरात में जन की बात ने पकड़ा ट्रेंड
गुजरात में जन की बात के एग्जिट पोल आम आदमी पार्टी के वोट शेयर को एकदम सही आंका। जन की बात ने बताया था कि गुजरात में आम आदमी पार्टी का वोट शेयर 13% के आसपास रहेगा और वोट शेयर उतना ही आया। जन की बात ने बताया था कि बीजेपी का वोट प्रतिशत 46% के ऊपर रहेगा, जो सही साबित हुआ। जन की बात ने गुजरात में वीआईपी सीट्स को लेकर भी सटीक आकलन किया।
There was no concept of anti incumbency with PM @narendramodi at helm. But the quantum of victory & the complete demolition of Congress with BJP touching 157 speaks volumes about the enormous love that Gujarat& India has for PM Modi, which no honest data can judge! #Gujarat
1/n— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) December 8, 2022
जन की बात के एग्जिट पोल ने बताया था कि अहमदाबाद में 21 में से 19 सीटें बीजेपी जीतेगी। सूरत में 16 की 16 सीटें बीजेपी जीतेगी। मजूरा से हर्ष सांघवी बड़े अंतर से जीतेंगे, कतारगाम से गोपाल इटालिया हारेंगे, जामनगर से रीवाबा जडेजा जीतेंगी। ऐसी कई सीटें हैं जिसको जन की बात ने एग्जिट पोल में ही बता दिया कि इन सीटों पर कौन जीतेगा और कौन दूसरे नंबर पर रहेगा, जो कि किसी एग्जिट पोल ने नहीं किया।
हिमाचल में कांटे की टक्कर
हिमाचल प्रदेश में नतीजों से पता चलता है कि कांटे का मुकाबला हुआ। हिमाचल में बीजेपी और कांग्रेस के वोट शेयर के बीच का अंतर महज 0.9 फ़ीसदी रहा। कांग्रेस 0.9 फीसदी बीजेपी से आगे रही। जबकि कई एग्जिट पोल ने बीजेपी और कांग्रेस के वोट शेयर के बीच का अंतर 4% तक दिखाया था, लेकिन जन की बात ने कहा था कि हिमाचल में कांटे की टक्कर होगी।
एमसीडी चुनाव में कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को पहुंचाया नुकसान
एमसीडी चुनाव में कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को बहुत नुकसान पहुंचाया। करीब 20 सीट ऐसी थी जिस पर कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को सीधा नुकसान पहुंचाया, जिससे आम आदमी पार्टी 150 के आंकड़े को नहीं छू सकी। जन की बात के एग्जिट पोल ने पहले ही बताया था कि आम आदमी पार्टी और बीजेपी के वोट शेयर के बीच का डिफरेंस करीब 4 से 5 फ़ीसदी रहेगा, जो सही साबित हुआ। जन की बात ने ही बताया था कि बीजेपी का वोट शेयर नहीं बढ़ रहा है, बीजेपी का वही रहेगा।