शनिवार को जनता के मुकदमा के स्पेशल एपिसोड में प्रदीप भंडारी ने अंजलि की मौत का सच पता लगाने के लिए सुल्तानपुरी में क्राइम सीन क्रिएट किया। क्राइम सीन को रीक्रिएट करने के क्रम में प्रदीप भंडारी के साथ इंडिया न्यूज़ के वरिष्ठ संवाददाता प्रदीप श्रीवास्तव भी मौजूद थे और लाइव क्राइम सीन को रीक्रिएट किया गया।
सबसे पहले प्रदीप भंडारी ने स्कूटी और गाड़ी के बीच की आमने-सामने की टक्कर को रीक्रिएट किया। जब स्कूटी और कार की आमने-सामने की टक्कर हुई तो प्रदीप भंडारी ने आमने-सामने की टक्कर के लॉजिक के माध्यम से बताया कि आमने-सामने की टक्कर में स्कूटी चलाने वाला शख्स गाड़ी के अंदर नहीं घुस सकता है।
स्कूटी चलाने वाले शख्स का कार के नीचे घुस ना इसलिए भी नामुमकिन है क्योंकि जमीन से कार्य काजोल की जोहर बेस की हाइट होती है वह करीब 170 मिलीमीटर की ही होती है इसमें किसी इंसान का अंदर घुसना लगभग नामुमकिन है।
प्रदीप भंडारी ने जमीन और कार के बेस के बीच की जगह को अपने हाथों से नाव के बताया कि बिल्कुल पांच उंगली के बराबर की जगह है। तो इसमें किसी शरीर के अंदर जाना लगभग नामुमकिन है। तो इस वजह से प्रदीप भंडारी ने बताया कि यह हिट एंड रन का केस तो बिल्कुल भी नहीं लगता है।
प्रदीप भंडारी ने बताया जब स्कूटी और कार्य में आमने-सामने की टक्कर हुई और जर स्कूटी गिरी तो स्कूटी पर आगे और पीछे बैठे दोनों शख्स गिरते हैं और दोनों पर बराबर प्रेशर लगता है। इसके बाद हमारे वरिष्ठ संवाददाता प्रदीप श्रीवास्तव ने कहा कि अगर निधि को कम चोट आई है तो सबसे पहले उसे अंजलि को गाड़ी से खींचना चाहिए था। मगर निधि ने ऐसा नहीं किया और ना ही पुलिस के पास ऐसी कोई थ्योरी है।