31 दिसंबर की रात दिल्ली में जो दर्दनाक हादसा हुआ उसके बाद पूरे देश में महिला सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से बहस छिड़ गई है. इस पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए इंडिया न्यूज़ के न्यूज़ डायरेक्टर प्रदीप भंडारी ने जनता का मुकदमा के माध्यम से अंजलि के परिवार और अंजलि को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाई.
प्रदीप भंडारी ने इस पूरे घटनाक्रम को एक हत्या और एक साजिश के रूप में बताते हुए कहा कि अंजलि का जो मामला है वह कोई रोड एक्सीडेंट नहीं बल्कि हत्या की साजिश है.
प्रदीप भंडारी की यह मुहिम अब जन मुहिम का रूप लेती दिखाई दे रही है. कल रात कड़कड़ाती ठंड के बीच विक्टिम अंजली का परिवार रातभर थाने के बाहर जमीन पर बैठा रहा. मांग यही है कि मामले में 302 धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए.
इस दौरान उनके साथ कुछ और भी लोग मौजूद थे जोकि अंजलि के न्याय की मांग कर रहे थे. लोगों के हाथ में बैनर पोस्टर भी थे उनकी सिर्फ एक ही मांगती की अंजली की मौत की जांच धारा 302 के तहत ही की जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले.
उन्होंने कहा है कि 100 दिन भी लग जाएं लेकिन ही बैठे रहेंगे. अंजलि के मामा और परिवार के करीबी डॉक्टर भूपेंद्र चौरसिया ने कहा कि डीसीपी ने 12:00 बजे का वक्त दिया है जब मुलाकात होगी. मांग यही की जाएगी की धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज हो और जब तक धारा 302 में मामला तब्दील नहीं होगा तब तक इसी तरह से सर्दी में परिवार थाने के बाहर बैठा रहेगा.