उत्तराखंड के जोशीमठ में हालात बिगड़ते चले जा रहे हैं। भू-धंसाव के चलते तमाम घरों और होटलों में दरारें पड़ गई हैं। प्रशासन ने असुरक्षित जोन घोषित किए हैं। ऐसे में जो घर और इमारतें सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, उन्हें जमींदोज करने का काम आज शुरू हो रहा है। बताया जा रहा है कि सबसे पहले होटल मलारी इन और माउंट व्यू को ढहाया जा सकता है। इन होटलों को खाली करा दिया गया है। बताया जा रहा है कि दरार पड़ने के चलते होटल लगातार पीछे की ओर झुकते जा रहे हैं। प्रशासन की ओर से अनाउंसमेंट किया जा रहा है कि लोग होटलों से दूर हो जाएं।
जोशीमठ में कुछ ही देर में होटलों को ढहाने की कार्रवाई होगी। प्रशासन लगातार मुनादी करा रहा है। कार्रवाई के लिए अभी केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों की टीम का इंतजार हो रहा है।
जिला मजिस्ट्रेट खुराना ने बताया कि जिन इलाकों में इमारतें गिराई जाएंगी, उन्हें प्रशासन ने असुरक्षित जोन घोषित कर खाली करा दिया है। सूत्रों के मुताबिक, एसडीआरएफ कर्मियों की मदद से लोगों के सामान को दूसरे जगह पर स्थानांतरित किया जा रहा है। लोग अपने घरों को खाली करते हुए बहुत दुखी और भावुक हो रहे हैं। इस बीच जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चमोली ने जोशीमठ इलाके में हो रहे भूस्खलन को देखते हुए आपदा प्रबंधन से संबंधित बुलेटिन जारी किया है। बुलेटिन के मुताबिक, जोशीमठ टाउन इलाके में कुल 678 इमारतों में दरारें पड़ गई हैं। सुरक्षा कारणों से अब तक कुल 81 परिवारों को अस्थाई रूप से विस्थापित किया गया है। प्रशासन कर रहा सहयोग