त्रिपुरा चुनाव के मतदान में अब मात्र 3 दिन बाकी हैं, आने वाली 16 फरवरी को त्रिपुरा में मतदान होइने हैं और 2 मार्च को चुनावो के नतीजे आएंगे, लेकिन इससे पहले आज शाम प्रदीप भंडारी ने इंडिया न्यूज़ पर जन की बात का त्रिपुरा चुनाव का ओपिनियन पोल जारी किया. प्रदीप भंडारी के ओपिनियन पोल में एक बार फिर बीजेपी को विजयी बढ़त दिख रही है, और इसका सबसे बड़ा कारण कहीं न कहीं पीएम मोदी का व्यक्तिगत प्रचार को मन जा रह है. एक चीज जो त्रिपुरा चुनाव में बड़ा महत्व रखेगी वो है त्रिपुरा का जातिगत समीकरण, प्रदीप भंडारी ने अपने ओपिनियन पोल में त्रिपुरा के जातिगत समीकरण को विस्तृत रूप से जगह दी है.
जनजातियों का वोट टिपरा मोथा के साथ
प्रदीप भंडारी ने अपने ओपिनियन में पोल में जातीय समीकरण को बेहद बारीकी से समझया और एक चीज जो सामने निकल कर आयी है वो ये है की त्रिपुरा की जनजातीय समुदाय का 60% वोट टिपरा मोथा के साथ जाता हुआ दिखाई दे रहा है और 25% वोट बीजेपी के साथ जाता हुआ दिखाई दे रहा है.
अगर बंगाली हिन्दुओं की बात की जाये तो 60% बंगाली हिन्दू वोटर बीजेपी के साथ है और 30% बंगाली हिन्दू वोट सी.पी.एम. गठबंधन के साथ है.
बंगाली मुस्लिम वोटर्स की बात की जाये तो 70% बंगाली मुस्लिम सी.पी.एम. गठबंधन के साथ जाता हुआ दिखाई दे रहा है, और 21% वोटर टिपरा मोथा के साथ जाता दिखाई दे रहा है, सिर्फ 8% बंगाली मुस्लिम वोटर बीजेपी के साथ दिख रहा है.
देबबर्मा वोटर्स पूरी तरह से इस बार टिपरा मोथा के साथ जाता हुआ नजर आ रहा है, ओपिनियन पोल के हिसाब से 75% देबबर्मा वोटर्स टिपरा मोथा के साथ जाता हुआ दिखा रहा है वहीँ बीजेपी के साथ 15% और सी.पी.एम. गठबंधन के साथ सिर्फ 10% देबबर्मा वोटर जाता हुआ नजर आ रहा है.
अंत में त्रिपुरी समुदाय का वोटर बीजेपी के साथ जाता हुआ नजर आ रहा है, 55% त्रिपुरी वोटर बीजेपी के साथ है और 40% वोटर टिपरा मोथा के साथ जा रहा है और सी.पी.एम. गठबंधन के साथ सिर्फ 5% त्रिपुरी वोटर जा रहा है.