भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस द्वारा पीएम मोदी पर की गई टिप्पणी को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जॉर्ज सोरोस ने भारत के लोकतंत्र में दखल देने की कोशिश की है और पीएम मोदी उनके निशाने पर हैं।
शुक्रवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने इसी मुद्दे पर आज का मुकदमा किया। प्रदीप भंडारी ने कहा कि, भारत जब से मजबूत हो रहा है और जितना आर्थिक रूप से मजबूत हो रहा है उतना ही देश को कमजोर करने की शक्तियां बड़े-बड़े षड्यंत्र कर रही है।
जिस आदमी की बात मैं कर रहा हूं उसका नाम है जॉर्ज सोरोस है।इस आदमी के पास हजारों करोड़ों रुपए हैं इसने इंग्लैंड, थाईलैंड, जापान, मलेशिया की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है। इसको राष्ट्रवादी ताकतों से नफरत है यह देशों को स्थिर करने के लिए एनजीओ चलाता है और राजनीतिक दलों को पैसे देता है, और उनकी स्थिरता से पैसे कमाता है और यह इमरान खान का भी दोस्त है।
इसने अभी एक क्लाइमेट चेंज के कॉन्फ्रेंस में कहा कि नरेंद्र मोदी को हटाना है। अडानी मामले से नरेंद्र मोदी की पकड़ सरकार कमजोर होगी। मोदी के रिश्ते अमेरिका से अच्छे हैं और रशिया से सस्ते ऑयल हिंदुस्तान में लेकर आते हैं। कुछ याद आया दोस्तों अभी देश में कौन सा नेता यही सब बोल रहा है। जी हां राहुल गांधी तो क्या राहुल गांधी और कांग्रेस इंटरनेशनल ताकतों की मदद से मदद ले रही है, 2024 में मोदी को हराने के लिए।
सलील शेट्टी जॉर्ज सोरोस के एनजीओ का वाइस प्रेसिडेंट है और वह भारत जोड़ो यात्रा शाहीन बाग में हिस्सा ले चुका है। हर्ष मनिंदर जो सोनिया गांधी की एनएसी का अहम हिस्सा थे वह इसी जॉर्ज सोरोस ओपन सोसाइटी के एडवाइजरी बोर्ड पर है।एक्स प्राइम मिनिस्टर डॉक्टर मनमोहन सिंह की बेटी अमृत गिल भी इस एजेंसी के साथ काम कर चुकी है।
तो फिर क्या यह सब लिंक नहीं है न। हिन्डेनबर्ग रिपोर्ट बीबीसी अडानी रफेल सब के पीछे सिर्फ देश की राजनीतिक पार्टी नहीं इन सब के पीछे जोर है और 2024 की लड़ाई शक्तिशाली भारत बनाम जॉर्ज सोरोस और उसके समर्थक नेताओं के बीच होगी, जो एक कमजोर भारत चाहते हैं।