भारतीय सेना और उज़्बेकिस्तान सेना के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘DUSTLIK’ का चौथा संस्करण आज विदेशी प्रशिक्षण नोड, पिथौरागढ़ (उत्तराखंड) में शुरू हुआ। उज़्बेकिस्तान और भारतीय सेना के 45-45 सैनिक इस अभ्यास में भाग ले रहे हैं जिसका उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच सकारात्मक संबंधों को बढ़ावा देना है। भारतीय सेना की टुकड़ी में गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट की एक इन्फैंट्री बटालियन के सैनिक शामिल हैं। अभ्यास का पहला संस्करण नवंबर 2019 में उज्बेकिस्तान में आयोजित किया गया था।
14 दिनों तक चलने वाला संयुक्त अभ्यास संयुक्त राष्ट्र के शासनादेश के तहत पर्वतीय और अर्ध-शहरी परिदृश्य में संयुक्त आतंकवाद विरोधी अभियानों पर ध्यान केंद्रित करेगा। इसमें क्षेत्र प्रशिक्षण अभ्यास, युद्ध चर्चा, व्याख्यान, प्रदर्शन शामिल होंगे और एक सत्यापन अभ्यास के साथ समाप्त होगा। दोनों पक्ष संयुक्त रूप से संभावित खतरों को बेअसर करने के लिए सामरिक अभ्यास की एक श्रृंखला को प्रशिक्षित, योजना और निष्पादित करेंगे। जबकि संयुक्त संचालन करने के लिए नई पीढ़ी के उपकरण और प्रौद्योगिकी का दोहन करना सीखेंगे। बलों के बीच अंतरसंक्रियता बढ़ाने पर उचित जोर दिया जा रहा है।
अभ्यास के दौरान उत्पन्न सद्भावना, सद्भावना और सद्भावना एक दूसरे के संगठन और विभिन्न अभियानों के संचालन की कार्यप्रणाली को समझने में सक्षम बनाकर दोनों सेनाओं के बीच संबंधों को और मजबूत करने में एक लंबा रास्ता तय करेगी।