ED की टीम दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले के मामले में गुरुवार को मनीष सिसोदिया से पूछताछ करने के लिए तिहाड़ जेल पहुंची। मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने शराब नीति में कथित घोटाले के मामले में 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद 7 दिन तक वे सीबीआई हिरासत में रहे। सोमवार को राउज एवेन्यू कोर्ट ने सिसोदिया को 20 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था । इसके बाद उन्हें तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया।
तिहाड़ जेल में बंद सिसोदिया से पूछताछ के लिए ईडी ने कोर्ट से इजाजत मांगी थी। कोर्ट ने ईडी को सिसोदिया का बयान दर्ज करने के लिए तीन दिन का समय दिया था। ईडी ने 22 अगस्त 2022 को शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने 17 नवंबर 2021 को नई एक्साइज पॉलिसी लागू की थी।
सीबीआई ने 2021-22 के लिए आबकारी नीति बनाने और कथित भ्रष्टाचार के संबंध में 26 फरवरी को मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया था और वो 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में हैं। पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसी संभावना है कि ईडी ने सिसोदिया से कथित तौर पर सेलफोन बदलने और उन्हें नष्ट करने तथा दिल्ली के आबकारी मंत्री के तौर पर लिए नीतिगत निर्णयों और समयसीमा का पालन किए जाने को लेकर पूछताछ की ।
10 मार्च को मनीष सिसोदिया की जमानत को लेकर कोर्ट में सुनवाई होगी। सीएम केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के बाकी नेता लगातार बीजेपी और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सिसोदिया के शिक्षा मंत्री रहते उनके योगदान को गिना रहे हैं। सिसोदिया को 26 फरवरी को जांच में सहयोग नहीं करने पर सीबीआई ने लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था ।