मंगलवार को कांग्रेस पार्टी और उनके कुछ समर्थक कन्नड़ संगठनों ने बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे पर टोल को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि टोल के नाम बहुत ज्यादा रकम वसूल किया जा रहा है। जबकि सर्विस लेन का काम पूरा नहीं हुआ है।
कन्नड़ समर्थक संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर कनिमिनिके टोल प्लाजा पर काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। शेषगिरिहल्ली टोल प्लाजा पर कांग्रेस के कई कार्यकर्ता भी प्रदर्शन कर रहे थे। जिसके बाद पुलिस के हिरासत में लिया गया।
बेंगलुरू-मैसूर एक्सप्रेसवे पर मंगलवार सुबह टोल वसूली शुरू हो गई। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के एक नेता ने आरोप लगाया कि सर्विस रोड का काम भी पूरा किये बिना ही टोल वसूला जा रहा है। उनका कहना है कि यह बीजेपी शासित डबल इंजन की सरकार का काम है। जिसमे सर्विस रोड का काम पूरा नहीं होने के बाद भी लोगों से टोल वसूला जा रहा है। हम इसका विरोध करते हैं। काम पूरा होने से पहले टोल वसूलना गलत है। बिना सेवा और बुनियादी ढांचे के टोल किस बात का वसूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने आगामी राज्य चुनावों के मद्देनजर अभी टोल प्लाजा खोला है।
प्रदर्शनकारियों में एक अधिवक्ता और अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष एपी रंगनाथ ने कहा कि टोल वसूली की अधिसूचना सोमवार को ही जारी की गई थी। टोल का विरोध करने वाले बिल्कुल सही हैं। इसमें दो-तीन महीने और लगेंगे। फिर आप टोल क्यों ले रहे हैं?
उन्होंने आगे कहा कि टोल की राशि भी बहुत ज्यादा है। उन्होंने बताया कि टोल खोलने की अधिसूचना भी सोमवार को 5 बजे शाम में जारी की गई।कार्यकर्ताओं में से एक ने कहा कि यात्रियों से उनके वाहन पर फास्टैग नहीं होने का कारण बताते हुए दोगुणा टोल वसूला जा रहा है। वे एक तरफ के लिए 270 रुपये ले रहे हैं, यह क्या हिसाब है? जबकि इस एक्सप्रेस वे से सफर करने वालों को फास्टैग लगाने का मौका ही नहीं दिया गया।