प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आपत्तजिनक पोस्टर लगाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने 100 प्राथमिकी दर्ज की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन पोस्टरों पर लिखा था, “मोदी हटाओ-देश बचाओ।”
वहीं, इस मामले में खुद को घिरता देख आम आदमी पार्टी ने मोदी सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए हमला बोला है।
पुलिस के एक्शन पर आम आदमी पार्टी (आप) ने अपनी दी है। आप ने कहा, “मोदी सरकार की तानाशाही चरम पर है! इस पोस्टर में ऐसा क्या आपत्तिजनक है जो इसे लगाने पर मोदीजी ने 100 लोगों पर एफआईआर कर दी? पीएम मोदी, आपको शायद पता नहीं पर भारत एक लोकतांत्रिक देश है। एक पोस्टर से इतना डर! क्यों?”
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज बुधवार को ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “दिल्ली के हर काम को रोकना सही नहीं है। अब लोग समझने लगे हैं और आवाज उठाने लगे हैं। प्लीज, रोज-रोज लड़ना बंद कीजिए। आइये मिलकर दिल्ली का विकास करते हैं, लोगों की सेवा करते हैं। लड़ने में कुछ नहीं रखा।”
इस बीच पोस्टर विवाद पर दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना का कहना है कि कानून के अनुसार प्रिंटर के नाम के साथ पोस्टर लगाने होते हैं।आम आदमी पार्टी ने पोस्टर लगाने में कानून का पालन नहीं किया। आप में हिम्मत नहीं है कि वे कहे उसी ने पोस्टर लगाएं हैं। ‘एक तो चोरी ऊपर से सीनाजोरी’, कुछ यही आलम आम आदमी पार्टी का है। आप पोस्टर लगवाते हो बिना नाम के, जब एफआईआर होती है, तो चिल्लाना शुरू कर देते हो कि देश के अंदर लोकतंत्र नहीं है। कानून तो आप मानते नहीं, इसलिए पोस्टर लगवा दिए। हिम्मत है, तो नाम डालिए। कानून अपना काम कर रहा है। इसके बीच पॉलिटिक्स करने की कोशिश मत कीजिए।