प्रदीप भंडारी के नए शो का तीसरा एपिसोड आज शाम रिलीज हो चुका है, इलेक्शन की बात प्रदीप भंडारी के साथ के तीसरे एपिसोड में प्रदीप भंडारी ने एक तरफ चुनावों का विश्लेषण तो किया ही, साथ ही साथ मंगलोर के प्राचीन कादरी मंजूनाथ मंदिर के दर्शन किए और उसका इतिहास भी बताया।
प्रदीप भंडारी ने दर्शन के पश्चात मंदिर के बारे में बताते हुए कहा “कादरी मंजूनाथ मंदिर दक्षिण भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। यह नाम कदारी से लिया गया है, जिसका अर्थ है केला और कादरी को केले के पेड़ों में उगने के लिए जाना जाता था। यह मंदिर पूर्व-ऐतिहासिक गुफाओं की उपस्थिति से लेटराइट टीले और कादरी पहाड़ियों की प्राकृतिक सुंदरता से सुशोभित है। यह मंदिर ‘भारद्वाज संहिता’ में अत्यधिक पूजनीय है।
इसके अलावा प्रदीप भंडारी ने मंजूनाथ मंदिर से जुड़ी एक पुरातन कहानी भी साझा की, उन्होंने बताया की ‘भगवान परशुराम, जो भगवान विष्णु के अवतार हैं, ने क्षत्रिय राजाओं को नष्ट कर दिया और जब्त की गई भूमि को ऋषि कश्यप को दान कर दिया। परशुराम ने अपने आश्रय के लिए एक नई भूमि की तलाश में सह्याद्री पर्वत क्षेत्र पर भगवान शिव का ध्यान करके कठोर तपस्या की। भगवान उसके सामने प्रकट हुए और कहा कि वह मानव जाति की भलाई के लिए मंजूनाथ के रूप में अवतार लेंगे। समुद्र के राजा ने उनकी इच्छा पूरी नहीं की। इस पर, परशुराम ने अपनी कुल्हाड़ी उठाई और समुद्र के राजा पर प्रहार कर दिया।
इसके अलावा एक कहानी ये भी बताई की ‘यह भी माना जाता है कि पूर्वकाल में शक्तिशाली पांडव इसी स्थान पर ठहरे थे। मंदिर के अंदर एक गौमुख, गाय के मुंह के आकार की गुफा भी है। यह भी माना जाता है कि यहां पानी का बहाव कभी नहीं रुकता है।