जन की बात के संस्थापक प्रदीप भंडारी अपनी टीम के साथ कर्नाटक में हैं। बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए 10 मई को वोट डाले जाएंगे और उसी के सर्वेक्षण के लिए प्रदीप भंडारी और उनकी टीम जमीन पर काम कर रही है। करीब 70 से अधिक लोग कर्नाटक में प्रत्येक विधानसभा में काम कर रहे हैं, ताकि आपको एग्जिट पोल एग्जैक्ट दिया जा सके।
प्रदीप भंडारी और टीम जन की बात पिछले 35 चुनाव कवर कर चुकी है और 95% से अधिक चुनाव एग्जैक्ट साबित हुए हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव टीम जन की बात का 36 वां चुनाव है और पूरी उम्मीद है कि यह चुनाव भी जन की बात की टीम सटीक करेगी। बता दें कि पिछले 35 चुनाव में से 31 चुनाव जन की बात की टीम ने एग्जैक्ट किए हैं। अब एक बार फिर से कर्नाटक चुनाव सही करके जन की बात की टीम इतिहास रचेगी।
जन की बात की टीम का सफलता का राज है कि उसके फाउंडर और सीईओ प्रदीप भंडारी भी टीम के साथ दिन-रात जमीन पर काम करते हैं, ताकि आम जनता को सबसे सच्चा और सबसे अच्छा एग्जिट और ओपिनियन पोल दिया जा सके, जिससे जनता समझे कि सरकार किसकी बनने वाली है। पिछले 5 से अधिक सालों से जन की बात लगातार देश को बता रहा है कि किस राज्य में किस पार्टी की हवा है और अब कर्नाटक में भी हम वही कर रहे हैं।