पश्चिम बंगाल में गैंगरेप के बाद हत्या पर सुवेंदु अधिकारी ने कहा पश्चिम बंगाल पुलिस सबूत मिटाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस किसके इशारे पर ये कर रही है ये किसी से छुपा हुआ नहीं है। वहीं बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। बीजेपी नेताओं ने एक गैंगरेप पीड़िता के शव को पुलिस द्वारा ‘घसीटने’ का एक वीडियो ऑनलाइन सामने आने के बाद हमला बोला।
सुवेंदु अधिकारी ने पूछा, “क्या पश्चिम बंगाल में ‘ex-AI’TC और BJP Bengal के लिए नियमों के 2 सेट हैं? बंगाल पुलिस आपने उत्तर दिनाजपुर टीएमसी अध्यक्ष कनैया लाल अग्रवाल को कालियागंज में पीड़ित परिवार से मिलने की अनुमति क्यों दी लेकिन भाजपा विधायक श्री सत्येंद्र नाथ रे (राजबंशी समुदाय से) और श्री बुधराई टुडू को बाधित किया? BJP Bengal के विधायकों को पीड़ित परिवार से मिलने की अनुमति नहीं दी गई और उन्हें अनजाने में एक पुलिस स्टेशन ले जाया गया और वहां जबरदस्ती बैठाया गया। वे पीड़िता के शरीर को इतने अशोभनीय तरीके से घसीट रहे हैं।”
Are there 2 sets of rules for 'ex-AI'TC & @BJP4Bengal in WB?@WBPolice why did you allow Uttar Dinajpur TMC President Shri Kanaia Lal Agarwal to visit the victim's family in Kaliaganj but obstructed BJP MLAs Shri Satyendra Nath Ray (from Rajbongshi community) & Shri Budhrai Tudu? pic.twitter.com/bPJdw7qZHg
— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) April 21, 2023
वीडियो में पुलिस और पैरा फ़ोर्स को गुस्साई भीड़ से शव को दूर ले जाते हुए देखा जा सकता है। जबकि कुछ को पुलिस पर पथराव करते हुए देखा जा सकता है। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए कहा कि ‘ऐसी जल्दबाजी अक्सर तब देखी जाती है जब मकसद सबूतों को खत्म करना या कमजोर करना और अपराध पर पर्दा डालना होता है।”
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले में दलित लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। गुरुवार को स्थानीय लोगों को नाबालिग का शव मिला, जो लापता हो गई थी। शुक्रवार को स्थानीय लोगों ने न्याय की मांग को लेकर धरना दिया। एसपी दिनाजपुर सना अख्तर ने बताया कि पीड़िता का शव कालियागंज में मिला था। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इस घटना को लेकर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज भी किया है।