कर्नाटक चुनाव में अब मात्र 16 दिन का वक़्त बचा है। ऐसे में सभी पार्टियाँ पूरे जोर शोर से मतदाताओं को लुभाने में लगी है, दूसरी तरफ पहले से ही पार्टी के अन्दर भगदड़ झेल रही बीजेपी के लिए सबसे बड़ा सवाल ये है की इस बार अगर बीजेपी कर्नाटक चुनाव जीतती है तो मुख्यमंत्री कौन बनेगा? क्या एक बार फिर बीजेपी का भरोसा बसवराज बोम्मई पर आयेगा या टिकटों के बंटवारे में जिस तरह नए चेहरों को जगह मिली है वैसे ही मुख्यमंत्री के लिए भी कोई नया चेहरा ढूँढा जायेगा? वैसे आज मीडिया से बात करते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने साफ़ कर दिया है की कर्नाटक का मुख्यमंत्री कौन होगा ये पार्टी ही तय करेगी.
पार्टी तय करेगी अगला सीएम
मीडिया से बात करते हुए आज कर्नाटक के मौजूदा मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बसवराज बोम्मई ने कहा की ‘मैंने कभी नहीं सोचा था की मैं मुख्यमंत्री बनूँगा, ये पार्टी हाई कमान ने तय किया था, और इस बार भी पार्टी हाई कमान ही तय करेगा की कर्नाटक का मुख्यमंत्री कौन बनेगा?
आपको बता दें की कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रचार शुरू कर दिया है. बोम्मई 51 विधानसभा सीटों पर सड़क मार्ग के द्वारा प्रचार करेंगे. इन 51 विधानसभा सीटों में किसी में रोड शो और किसी में जनसभा को संबोधित करेंगे.
I had never imagined becoming the CM, but the party's high command decided it. Now also, the party high command will take a decision: Karnataka CM & BJP leader Basavaraj Bommai on upcoming Assembly elections pic.twitter.com/Lmy9UTV6gn
— ANI (@ANI) April 24, 2023
सीएम सोमवार से 14 रोड शो और कई जनसभाओं को संबोधित करेंगे. कल वे हुबली में रहेंगे. मंगलवार को मुख्यमंत्री धारवाड़, बड़गाम में रोड़शो और पब्लिक मीटिंग में करेंगे. रात को वे जयावाहनी में रुकेंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्दरमैया के बयान कि सभी लिंगायत मुख्यमंत्री भ्रष्ट होते हैं, बोम्मई ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने लिंगायत समाज का अपमान किया है और जनता उन्हें इस चुनाव में एक बार फिर से सबक सिखायेगी.
बागियों ने सत्ता के मजे लिए फिर कांग्रेस में चले गए
बागी नेताओं से परेशां कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने उनपर हमला बोलते हुए कहा की जगदीश शेट्टर और लक्ष्मण सावदी ने बीजेपी में रहकर सत्ता के खूब मजे लिए है, और अब वो पला बदल कर कांग्रेस में चले गए हैं, लेकिन कर्नाटक की जनता उनको कभी स्वीकार नहीं करेगी.