कर्नाटक चुनाव में राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा के बाद अब पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बेटे राहुल के साथ शनिवार को हुबली में एक रैली को संबोधित किया।हबली के आसपास का इलाका हिंदुत्व की राजनीति की प्रयोगशाला बना हुआ है और कांग्रेस ने इस इलाके को सोनिया गांधी की जनसभा के लिए चुना है। वहीं पीएम मोदी भी कर्नाटक में हैं और खास यह कि पीएम मोदी का सबसे लंबा रोडशो यहां हुआ।
कर्नाटक का नेहरू-गांधी परिवार के साथ एक लंबा संबंध है और अतीत में वापसी क्षेत्र रहा है। इंदिरा गांधी ने 1978 में एक उपचुनाव में कर्नाटक के चिकमंगलूर से राजनीतिक वापसी की। कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी शनिवार को कर्नाटक के हुबली में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के प्रचार के लिए पहुंचीं। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने यहां उनका स्वागत किया।
सोनिया गांधी ने अपने संबोधन में कहा इतनी दूर से आने के लिए मैं आप सभी का धन्यवाद करता हूं। मुझे विश्वास है कि बदलाव होगा और यह बहुत जल्द होगा। प्रदेश के सभी लोगों ने कड़ी मेहनत कर कई क्षेत्रों में सफलता हासिल की है। कर्नाटक के लोगों ने हम सभी को बहुत गौरवान्वित किया है। यह भी गर्व की बात है कि मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं।
उन्होंने कहा बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे आपके सवालों का जवाब नहीं देते। उन्हें संसद की भी परवाह नहीं है। उन्हें लगता है कि सब कुछ उनकी जेब में है। क्या सरकार ऐसे चलती है? उन्होंने खुलेआम सबको धमकाया।
बताते चलें कि सोनिया गांधी का आखिरी भाषण 14 दिसंबर 2019 को दिल्ली के रामलीला मैदान में था, जहां उन्होंने ‘भारत बचाओ रैली’ में भाषण दिया था। हालांकि, उन्होंने पार्टी के कई कार्यक्रमों में शिरकत की थी, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से चुनाव प्रचार और जनसभाओं से दूर रहीं। राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा कर्नाटक में आक्रामक रूप से प्रचार कर रहे हैं। दोनों ने संयुक्त रूप से राज्य में 40 से अधिक जनसभाएं और रोड शो किए हैं। इस बीच, राहुल गांधी ने कर्नाटक विधानसभा चुनावों में अडाणी के मुद्दे को नहीं उठाया है और भ्रष्टाचार, बेरोजगारी जैसे स्थानीय मुद्दों पर अपना फोकस रखा है।
सोनिया लंबे समय बाद किसी चुनाव प्रचार में नजर आईं। बता दें, कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को एक चरण में मतदान होगा और परिणाम 13 मई को घोषित किए जाएंगे। चुनाव आयोग के अनुसार, इस चुनाव में कुल 5,21,73,579 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।