महाराष्ट्र में एक अजीब मामला सामने आया है. कथित तौर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों के एक समूह ने मूर्ति पर चादर चढ़ाने के लिए नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की. घटना के वीडियो ऑनलाइन सामने आए और तब से वायरल हो रहे हैं. वीडियो में दिखाया गया है कि करीब पांच से छह लोग चादर लेकर मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षा गार्डों ने उन्हें पवित्र मंदिर के बाहर रोक दिया.
वीडियो में देखा जा सकता है कि एक अधिकारी द्वारा पुरुषों के एक समूह को रोका जा रहा है, क्योंकि समूह चादर लेकर मंदिर के दरवाजे की ओर आ रहा था. ये घटना शनिवार की बताई जा रही है.
#महाराष्ट्र के #नासिक स्थित #त्रयंबकेश्वरमंदिर में कुछ लोग घुस कर शिवलिंग पर चादर चढ़ाने की कोशिश की,लेकिन सतर्क सुरक्षा गार्ड्स ने उनके इस कुत्सित प्रयास को विफल कर दिया
मंदिर के भीतर घुसना चाह रहे थे,इस घटना के बाद से इलाके में तनाव बढ़ गया है@Dev_Fadnavis @DGPMaharashtra pic.twitter.com/xZld56HlnS
— Indrajeet chaubey (@indrajeet8080) May 16, 2023
देवेंद्र फडणवीस ने दिए जांच के आदेश
उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को पुरुषों के एक समूह द्वारा मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश के बाद जांच के आदेश दिए. फडणवीस के कार्यालय ने इस बारे में ट्वीट करते हुए कहा, “उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने त्र्यंबकेश्वर मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर एक निश्चित भीड़ के जमा होने की कथित घटना पर प्राथमिकी दर्ज करके सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है.”
त्र्यंबकेश्वर मंदिरात प्रवेश करण्यासाठी एक विशिष्ट जमाव मंदिराच्या मुख्य प्रवेशद्वारावर एकत्र झाल्याच्या कथित घटनेसंदर्भात एफआयआर नोंदवून अत्यंत कडक कारवाई करण्याचे आदेश उपमुख्यमंत्री आणि गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांनी दिले आहेत.
या घटनेची चौकशी करण्यासाठी उपमुख्यमंत्री…
— @OfficeOfDevendra (@Devendra_Office) May 16, 2023
देवेंद्र फडणवीस के ऑफिस से किये गए ट्वीट में लिखा है की ‘उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने त्र्यंबकेश्वर मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर भीड़ जमा होने की कथित घटना पर प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है.
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक के अधिकारियों की अध्यक्षता में एक एसआईटी के गठन का आदेश दिया है।
एसआईटी न केवल इस साल की घटना की जांच करेगी, बल्कि पिछले साल की घटना की भी जांच करेगी, जब एक निश्चित भीड़ मुख्य प्रवेश द्वार के माध्यम से कथित तौर पर त्र्यंबकेश्वर मंदिर परिसर में प्रवेश कर गई थी।