बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी राजधानी स्थित ED के दफ्तर में पेश हुईं हैं। ED ने नौकरी के बदले जमीन घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया है। विशेष सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी नौकरी के बदले जमीन घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आगे की पूछताछ के लिए ED दफ्तर पहुंची हैं। उनसे इस मामले से जुड़े अहम पहलुओं पर पूछताछ किए जाने की संभावना है।
बताते चलें कि नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई ने बीते साल 18 मई को केस दर्ज किया था। 18 अक्टूबर को इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी गई थी। इस मामले में 16 लोगों को आरोपी बनाया गया था। सीबीआई ने इस मामले में भोला यादव को गिरफ्तार किया था, जो लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते उनके ओएसडी थे। इस मामले में सीबीआई लालू यादव के बेटे बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भी तीन बार पूछताछ कर चुकी है।राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी इस मामले में पीएमएलए के तहत अपना बयान दर्ज करा रही हैं।
सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्रियों लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और 13 अन्य के खिलाफ पिछले साल अक्टूबर में चार्जशीट दायर की थी। सीबीआई के अनुसार, लोगों को पहले रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर स्थानापन्न के रूप में भर्ती किया गया था और जब उनके परिवारों ने जमीन का सौदा किया तो उन्हें नियमित कर दिया गया। रेलवे में नौकरी के बदले घूस में जमीन लेने के आरोपों की सीबीआई जांच कर रही है। वहीं ED मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रहा है। सीबीआई ने इस मामले में चार्जशीट भी दाखिल की थी।
ED ने कुछ समय पहले इस मामले में छापेमारी की थी और एक करोड़ रुपये की ‘‘बेहिसाब नकदी’’ जब्त की थी,और अपराध से अर्जित 600 करोड़ रुपये की आय का पता लगाया था।