प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जी-7 के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जापान दौरे पर गए हुए हैं। शनिवार को पीएम मोदी ने कोरिया गणतंत्र के राष्ट्रपति यून सुक योल और वितयनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन चिन से द्विपक्षीय मुलाकात की। यह मुलाकात जापान के ऐतिहासिक शहर हिरोशिमा में हुई। इन बैठकों के दौरान दोनों देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
पीएम मोदी ने सबसे पहले जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा को G-7 Summit के सफल आयोजन के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री ने ग्लोबल फूड सिक्योरिटी के विषय पर इस फोरम के लिए कुछ सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा कि इंक्लूसिव (समावेशी) फूड सिस्टम का निर्माण करना चाहिए, जिसमें विश्व के सबसे कमजोर लोगों खास कर सीमांत किसान पर ध्यान केंद्रित होना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने जी-7 में कहा कि ऑर्गेनिक फूड को फैशन स्टेटमेंट और कॉमर्स से अलग कर पोषण और हेल्थ से जोड़ने का हमारा प्रयास हो। यूएन ने 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया है। मिलेट्स पोषण, जलवायु परिवर्तन, जल संरक्षण और खाद्य सुरक्षा की चुनौतियों को एक साथ संबोधित करते हैं। इस पर जागरूकता पैदा करना चाहिए। भोजन की बर्बादी को रोकना सामूहिक रूप से जिम्मेदारी होनी चाहिए। ये स्थायी वैश्विक खाद्य सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
पीएम मोदी का कहना है कि ग्लोबल फर्टिलाइजर सप्लाई चैन को मजबूत करना होगा। इनमें आई राजनीतिक रुकावटों को दूर करना है और फर्टिलाइजर रिसोर्स पर कब्जा करने वाली विस्तारवादी मानसिकता पर रोक लगानी होगी। यह हमारे सहयोग के उद्देश्य होने चाहिए। विश्व भर मे फर्टिलाइजर के विकल्प के रूप में हम प्राकृतिक फार्मिंग का नया मॉडल तैयार कर सकते हैं। उनका मानना है कि डिजिटल टेक्नोलॉजी का लाभ विश्व के हर किसान तक पहुंचाना चाहिए।