हरियाणा के रोहतक में रविवार 21 मई को खाप पंचायत पहलवानों के समर्थन में एकजुट हुई. देश के नामी पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं और दिल्ली में धरने पर बैठे हैं. खाप पंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि महम चौबीसी और चबूतरा बहुत मजबूत है यहां से जो फैसले होते हैं वो न्याय के फैसले होते हैं.
खाप पंचायत में फैसला लिया गया कि पहलवानों के मुद्दे पर कैंडल मार्च निकाला जाएगा. 23 मई को शाम 5 बजे इंडिया गेट पर सभी खाप पंचायतों की ओर से कैंडल मार्च किया जाएगा. टिकैत ने कहा कि यहां का महत्व है. ये न्याय की भूमि है. जो बच्चे वहां बैठे हैं, उन्हें सपोर्ट चाहिए. किसान संगठन और खाप पंचायत उनका सपोर्ट कर रहे हैं. जैसे चाहेंगे वैसे लड़ेंगे. आज सिर्फ यहां प्रतिनिधिमंडल आया है, भीड़ नहीं आई है. सब लोग उस फैसले को मानें जो भी कमेटी सुनाए.
आखिरी दम तक लड़ेंगे
उन्होंने कहा कि हम बच्चों के साथ हैं. गांव से लोग जाते रहेंगे. उनकी दिक्कतों पर मदद करते रहें. ये आंदोलन लंबा चलेगा. आप पर एलीगेशन लगेंगे- हरियाणा के बच्चे ज्यादा हैं, यूपी के कम हैं. कोई बीच का रास्ता नहीं है. उन्हें ना सोने देते हैं. आखिरी दम तक लड़ेंगे. पंजाब हरियाणा को नाराज नहीं करना चाहते हैं.
खाप पंचायतों के प्रतिनिधियों की बनाई कमेटी
पहलवानों के प्रदर्शन को लेकर सभी खाप पंचायतों के प्रतिनिधियों में से 11 लोग की कमेटी बनाई गयी है जो अब पहलवानों के प्रदर्शन की आगे की रणनीति तय करेगी. कमेटी के अध्यक्ष मेहर सिंह नंबरदार हैं. मेहर सिंह नंबरदार महम चौबीसी सर्व खाप के प्रधान हैं.
पहलवानों ने दी थी चेतावनी
इससे पहले शनिवाार को पहलवानों ने चेतावनी दी थी कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण के खिलाफ सरकार की निष्क्रियता के कारण खाप पंचायत ऐसा फैसला ले सकती है जो शायद देश के हित में नहीं होगा. विनेश फोगाट ने कहा था कि खाप पंचायत के फैसले से देश को किसानों के आंदोलन की तरह ही नुकसान हो सकता है, जो लगभग 13 महीने तक चला था.