प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। जिसपर विपक्षी दल जम कर हंगामा कर रहे है। इस पर कांग्रेस नेताओं और कई अन्य विपक्षी नेताओं का मानना है कि पीएम की बजाय राष्ट्रपति को उद्घाटन करना चाहिए। 28 मई को दोपहर 12 बजे पीएम मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे।
वहीं, इसी बीच,नए संसद भवन के उद्घाटन में 7 गैर एनडीए दलों समेत 25 पार्टियां शामिल होंगी। बसपा, अकाली दल, जेडीएस, टीडीपी, एलजेपी, वाईएसआरसीपी और बीजेडी समेत 25 दल उद्घाटन समारोह में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा भी इस समारोह में शामिल होंगे। इसके साथ ही एनडीए घटक के 18 दल उद्घाटन का हिस्सा बनेंगे।
वहीं, बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने केंद्र सरकार का समर्थन किया है। मायावती के अलावा समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने भी केंद्र का समर्थन किया है और कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नए संसद भवन का उद्घाटन करने हक है।
इसके अलावा NDA का कहना है कि वह 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के 19 राजनीतिक दलों के निर्णय की स्पष्ट रूप से निंदा करता है। एनडीए के बयान में कहा गया है, ‘यह फैसला केवल अपमानजनक नहीं है, यह हमारे महान राष्ट्र के लोकतांत्रिक लोकाचार और संवैधानिक मूल्यों का भी घोर अपमान है।’