नये संसद भवन का उद्घाटन कल यानी 28 मई को होना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को पुरानी संसद के बगल में बनी नई संसद समर्पित करेंगे। कांग्रेस समेत अधिकतर विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है।
इस बीच, शनिवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की बैठक हुई। इसमें दिल्ली, पंजाब, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, तेलंगाना, बिहार और राजस्थान के मुख्यमंत्री सहित आठ मुख्यमंत्री शामिल नहीं हुए। बीजेपी ने कहा कि विपक्ष शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का बैठक में न आना गैर-जिम्मेदाराना है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने नये संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने संबंधी विपक्ष के फैसले को लेकर शनिवार को निशाना साधा। ठाकुर ने कहा कि यह एक तरह का अपमान है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन करने वाले हैं और कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित करीब 20 विपक्षी दलों ने समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है। विपक्षी दलों का तर्क है कि संसद के नये भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए क्योंकि वह न केवल गणराज्य की प्रमुख हैं, बल्कि संसद की भी प्रमुख हैं। ठाकुर ने कहा, ‘यह अलग बात है कि कुछ लोगों को संसद से हटाया गया। पहले वे संसद को न चलने देने के बहाने ढूंढते थे। अब बहिष्कार की बात कर रहे हैं, जो अपमान भी है।
भारत को पहली संसद मिल रही जो अंग्रेजों द्वारा नहीं बनाई गई, जो भारत के लोकतंत्र का प्रतीक है, उसका जब उद्घाटन हो रहा उस समय विपक्षी दल उस कार्यक्रम से बाहर रहने का सोच रहे हैं। कौन सांसद उस पहली भारतीय संसद के जश्न में शामिल नहीं होना चाहेंगे जो भारत के इतिहास में अंग्रेजों द्वारा नहीं बनाई गई। मैं मानता हूं कि यह क्षुद्र राजनीति है।