पीएम मोदी ने नए संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित किया है। हवन-पूजन के कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी ने सेंगोल को दंडवत प्रणाम किया और उसे लोकसभा में स्पीकर के आसन के पास स्थापित किया। इसके बाद पीएम मोदी ने संसद भवन के निर्माण में काम करने वाले श्रमिकों को सम्मानित किया।
इस नए आधुनिक संसद भवन को साकार करने के लिए दो साल से अधिक समय से हजारों मजदूर लगातार काम किया है। किसी भी राजनीतिक विद्वेष से दूर 60,000 मजदूर ने दिन रात काम किया है।
नए संसद का उद्घाटन में शामिल होने आए तमिलनाडु के वेल्लकुरुचि अधिनम के 18वें पुजारी ने कहा कि भारत के लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज नए संसद भवन का उद्घाटन हुआ। स्पीकर की कुर्सी के पास ‘सेंगोल’ को रखा गया। प्रधानमंत्री ने कल सभी अधिनामों को सम्मानित किया था।
नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में पहले के 550 की जगह 888 सदस्य और राज्यसभा में 250 की जगह 384 सदस्य बैठ सकेंगे। दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा के चैंबर में ही आयोजित किया जाएगा।
बताते चलें कि पूरा संसद भवन तीन मंजिला है जो 64,500 वर्ग मीटर के दायरे में फैला है। भवन के निर्माण की लागत 1200 करोड़ रुपये आई है।