ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार 2 जून की शाम बड़ा ट्रेन हादसा हो गया. ये हादसा तब हुआ, जब मालगाड़ी, कोरोमंडल एक्सप्रेस और हावड़ा एक्सप्रेस तीन ट्रेनों की टक्कर हुई. हादसे में अब तक 280 लोगों की मौत होने की खबर है. 900 से ज्यादा लोग घायल हैं. पीड़ितों की मदद के लिए मौके पर पहुंचे राहत बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि यह ट्रेन हादसा साल 2004 के बाद दुनिया में हुआ सबसे बड़ा ट्रेन हादसा है.
दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना श्रीलंका में हुई थी. यहां 26 दिसंबर 2004 को ‘ओसियन क्वीन एक्सप्रेस’ में सवार करीब 1700 लोगों की मौत हो गई थी. हादसे की वजह से सुनामी, जिसके चलते पूरी की पूरी ट्रेन सुनामी की तेज लहरों में विलीन हो गई थी. इस हादसे की वजह से कई लोगों के घर बेघर कई अनाथ हो गए थे.
कैसे हुआ ये हादसा?
बालासोर रेल हादसा 2 जून शाम करीब 7 बजकर 20 मिनट पर हुआ. रेलवे अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक बेंगलुरु से हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे अचानक बाहानगा बाजार में पटरी से उतकर दूसरी पटरी में जा गिरे. ट्रेन के डिब्बे दूसरी पटरी पर आ रही शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस 12841 से टकरा गए. जिसके बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस के करीब कई डिब्बे पटरी से उतर गए और दूसरी तरफ से आ रही मालगाड़ी से टकरा गए. जानकारी के मुताबिक हादसा हावड़ा से करीब 255 किलोमीटर दूर बाहानगा बाजार स्टेशन पर हुआ.
डिरेलमेंट साइट पर रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा
ट्रेन सं. 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस और ट्रेन सं. 12864 सर एम विश्वेश्वरैया-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस 02.06.2023 को बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन के पास लगभग 18.55 बजे पटरी से उतर गई थी. घायल यात्रियों को गोपालपुर, खंटापारा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में ले जाया गया है. रेल मंत्री मौके पर हैं और बचाव अभियान और बहाली कार्य की निगरानी कर रहे हैं. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष कटक अस्पताल में हैं और डीजी/स्वास्थ्य, रेलवे बोर्ड बालासोर अस्पताल में हैं, जो घायल यात्रियों के इलाज की निगरानी कर रहे हैं