ओडिशा रेल हादसे के बाद विपक्ष द्वारा लगातार रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के ऊपर पद से इस्तीफ़ा देने का दबाव अन्य जा रहा है, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और ममता बनार्जी पहले ही इस भीषण रेल दुर्घटना का ज़िम्मेदार रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को ठहरा कर उनसे इस्तीफे की मांग कर चुके हैं। वही विपक्ष के इस दबाव से इतर जनता ने अश्विनी वैष्णव पर अपना समर्थन दिखाया है एक के बाद एक लोग लगातार #ISupportAshwiniVaishnaw के साथ ट्विटर पर रेल मंत्री के समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं.
खबर लिखे जाने तक #ISupportAshwiniVaishnaw हैश्टैग के साथ 29 हजार से ज्यादा लोग ट्वीट कर चुके हैं, ट्विटर पर अश्विनी वैष्णव के समर्थन के साथ साथ लोग विपक्ष पर भी जैम कर निशाना साथ रहे हैं और कटाक्ष कर रहे हैं, कई यूजर्स राहुल गाँधी की पुरानी फोटो पोस्ट करके लिख रहे हैं की ’26/11 हमले के बाद राहुल गाँधी पार्टी कर रहे थे, वहीँ अश्विनी वैष्णव हादसे के तुरंत बाद से दुर्घटनास्थल पर मौजूद हैं और बचाव कार्य का जायजा ले रहे हैं’
वहीँ पर कुछ यूजर्स अश्विनी वैष्णव का इस्तीफ़ा मांगने वाले पूर्व रेल मंत्रियों लालू यादव, नितीश कुमार, ममता बैनर्जी के कार्यकाल में हुई रेल दुर्घटनाओं और उनसे हुई मौतों पर उन्हें घेर रहे और उस वक़्त की दुर्घटनाओं की संख्या और इस वक़्त की दुर्घटनाओं की संख्या पर सवाल उठा रहे हैं.
दुर्घटना की जाँच सीबीआई से कराने की सिफारिश
वहीँ केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पुष्टि की कि रेलवे बोर्ड ने ओडिशा ट्रेन दुर्घटना की जांच सीबीआई को सौंपने की सिफारिश की है. और मुमकिन है की इंटरलॉकिंग से छेड़छाड़ और तोड़फोड़ के एंगल से जाँच हो सकती है.
रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने जांच के बाद बताई वजह
रेल मंत्री ने कहा, “यह एक अलग मुद्दा है। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग के दौरान जो बदलाव हुए, उसके कारण यह हादसा हुआ। यह किसने किया और कैसे हुआ, इसका पता उचित जांच के बाद लगेगा।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है और मेरे लिए उस पर किसी तरह की टिप्पणी करना गलत होगा। जांच रिपोर्ट आने दीजिए, हमने घटना के कारणों और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली है। अभी हमारा फोकस ट्रैक की मरम्मत पर है।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बुधवार की सुबह तक ट्रैक को ट्रेनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ-साथ ट्रैक के मरम्मत का काम भी पूरा किया जा जा रहा है। उम्मीद है कि बुधवार की सुबह तक ट्रैक को शुरू कर दिया जाएगा, जिससे ट्रेनों को दोबारा इस रूट पर शुरू किया जा सके।”
275 लोगों ने गंवाई जान, 1000 से अधिक लोग घायल
ओडिशा के बालेश्वर में हुए ट्रेन हादसे में 275 लोगों ने जान गंवा दी है, जबकि एक हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। इस हादसे में तीन ट्रेन आपस में टकराई थी, जिसमें दो पैसेंजर ट्रेन बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और कोरोमंडल एक्सप्रेस के साथ ही एक मालगाड़ी शामिल थी।