ओडिशा में हुई भीषण रेल दुर्घटना के बाद भारत के दुसरे सबसे अमीर व्यक्ति और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने अब मदद का हाथ आगे बढाया है, अडानी ने रेल दुर्घटना में अपने पैरेंट्स को खो देने वाले बच्चों की स्कूली शिक्षा की ज़िम्मेदारी ली है.
दरअसल 2 मई की रात ओडिशा के बालेश्वर में तीन ट्रेनों के आपस में टकराने से भीषद हादसा हुआ जिसमे अब तक 288 लोगों की जान जा चुकी है और 1000 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं, इस दुखद घडी में अब देश के दुसरे सबसे अमीर व्यक्ति और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने मदद का हाथ आगे बढाया है, उन्होंने हादसे पर दुःख जताते हुए ट्वीट किया और जानकारी दी की वो हादसे में जान गंवाने वाले परिजनों के बच्चों की स्कूली शिक्षा की पूरी ज़िम्मेदारी लेंगे.
गौतम अडानी ने ट्वीट किया की ‘उड़ीसा की रेल दुर्घटना से हम सभी बेहद व्यथित हैं। हमने फैसला लिया है कि जिन मासूमों ने इस हादसे में अपने अभिभावकों को खोया है उनकी स्कूली शिक्षा की जिम्मेदारी अडाणी समूह उठाएगा। पीड़ितों एवं उनके परिजनों को संबल और बच्चों को बेहतर कल मिले यह हम सभी की संयुक्त जिम्मेदारी है’
https://twitter.com/gautam_adani/status/1665319913790279680
अडानी द्वारा मदद के लिए आगे आने से उनकी काफी सराहना की जा रही है, और इसको लेकर लोग अब राहुल गांधी और कांग्रेस पर भी सवाल उठा रहे हैं जो अब तक अडानी के नाम पर राजनीती कर रहे थे.
रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने जांच के बाद बताई वजह
रेल मंत्री ने कहा, “यह एक अलग मुद्दा है। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग के दौरान जो बदलाव हुए, उसके कारण यह हादसा हुआ। यह किसने किया और कैसे हुआ, इसका पता उचित जांच के बाद लगेगा।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है और मेरे लिए उस पर किसी तरह की टिप्पणी करना गलत होगा। जांच रिपोर्ट आने दीजिए, हमने घटना के कारणों और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली है। अभी हमारा फोकस ट्रैक की मरम्मत पर है।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बुधवार की सुबह तक ट्रैक को ट्रेनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ-साथ ट्रैक के मरम्मत का काम भी पूरा किया जा जा रहा है। उम्मीद है कि बुधवार की सुबह तक ट्रैक को शुरू कर दिया जाएगा, जिससे ट्रेनों को दोबारा इस रूट पर शुरू किया जा सके।”
275 लोगों ने गंवाई जान, 1000 से अधिक लोग घायल
ओडिशा के बालेश्वर में हुए ट्रेन हादसे में 275 लोगों ने जान गंवा दी है, जबकि एक हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। इस हादसे में तीन ट्रेन आपस में टकराई थी, जिसमें दो पैसेंजर ट्रेन बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और कोरोमंडल एक्सप्रेस के साथ ही एक मालगाड़ी शामिल थी।