8 जून को जन की बात के संस्थापक और सीईओ प्रदीप भंडारी ने 7 दिन के लिए नो कैश चैलेज को शुरू किया था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर में प्रदीप हर रोज अपने डिजिटल खर्च का अनुभव साझा कर रहे हैं। आज उनके नो कैश चैलेज का चौथा दिन पूरा हो चुका है।
अपने चौथे दिन का अनुभव साझा करते हुए प्रदीप भंडारी ने बताया कि, इस बार उन्होंने अपने घर के आस-पास की छोटी दुकानों में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की और अपनी दिनचर्या में काम आने वाली चीजों को खरीदा। उन्होंने स्थानीय किराना दुकान से 12 रुपये की मैक्रोनी खरीदी जिसका भुगतान उन्हें डिजिटल तरीके से पैसे देकर किया। साथ ही उन्होंने मेडिकल स्टोर से 15 रुपये की स्ट्रेप्सिल्स टेबलेट खरीदी जिसका भुगतान भी उन्होंने यूपीआई से किया।
Day 4 of #NoCashChallenge ends successfully. Two new additions to my digital bucket today:
1) Macroni worth Rs 12 from local Kirana shop.
2) Strepsils worth Rs 15 from medical store.
Will begin Day 5 of the challenge shortly. https://t.co/qPviClsX4p pic.twitter.com/314MWyaOoP
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) June 11, 2023
वहीं, #NoCashChallenge के तीसरे दिन, प्रदीप भंडारी ने अपने पूरे दिन के डिजिटल पेमेंट का ब्यौरा ट्विटर पर साझा किया। उन्होंने अपने दोस्त के लिए 60 रुपये की आईस-क्रीम का भुगतान यूपीआई के माध्यम से किया। उसके बाद उन्होंने अपनी गाड़ी में 2000 रुपये का पेट्रोल भर कर पेट्रोल पंप पर यूपीआई के जरिए भुगतान किया।
प्रदीप भंडारी ने इस चैलेंज की शुरुआत बीते गुरूवार को की थी, उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा की ‘दोस्तों मैं -7 दिन का कैशलेस चैलेंज ले रहा हूं, जहां मैं पूरे दिन किसी भी लेनदेन के लिए कैश का उपयोग नहीं करूंगा। दिन के अंत तक मैं अपने कैशलेस दिन की झलकियां पोस्ट करूंगा।
प्रदीप भंडारी के इस #NoCashChallenge की ट्विटर पर लोगों ने काफी सराहना की, लोग प्रदीप भंडारी की कैश न खर्च करने पर तारीफ कर रहे हैं, साथ ही तमाम ऐसे यूजर्स हैं जो इस मुहिम में प्रदीप भंडारी के साथ जुड़ रहे हैं और #NoCashChallenge लेकर अपने सभी भुगतान डिजिटल पेमेंट्स से कर रहे हैं।