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फिल्म आदिपुरुष पर लेखक निखिल चांदवानी की प्रतिक्रिया, बजरंगबली का चित्रण पुराणों के उदाहरण से समझाया

ओम राउत की बहु प्रतीक्षित फिल्म आदिपुरुष आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गयी है, और फिल्म की रिलीज के बाद से ही सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर अलग अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, खासतौर से हनुमान जी के चित्रण को लेकर तमाम लोग सोशल मीडिया पर ओम राउत के चित्रण की आलोचना कर रहे हैं. लोगों का कहना है की फिल्म में हनुमान जी के चित्रण को सही ढंग से नहीं दिखाया गया है, उनके चेहरे पर दाढ़ी एक ख़ास धर्म से प्रेरित लग रही है, वही फिल्म में हनुमान जी के संवादों पर भी काफी सवाल उठाये जा रहे हैं.

ऐसे में मशहूर लेखक निखिल चांदवानी ने अपने INSTAGRAM ACCOUNT पर हनुमान जी का एक विडियो पोस्ट करते हुए पुराणों में हनुमान जी के चित्रण का जिक्र करते हुए अंतर समझाया है. उन्होंने अपनी पोस्ट में बाल्मीकि रामायण में हुए हनुमान जी के चित्रण का भी उदाहरण दिया है.

निखिल ने अपने पोस्ट में पुराण का जिक्र करते हुए लिखा ‘पुराण 3.74.192-197, हनुमान जी का वर्णन इस प्रकार किया गया है – ओम वज्रकाय वज्रतुंड (वज्र शरीर वाला), कपिला (लाल भूरा), पिंगला (भूरे रंग का), उर्ध्वकेश (जिसके बाल खड़े हों), महाबल (एक जिसके पास महान शक्ति है), रक्तमुख (लाल चेहरे वाला), तदिज्जिह्वा (बिजली की जीभ वाला), महारुद्र दम्स्त्रोत्कट (दांत), कराला (भयानक), महादधप्रहरण (भयानक प्रहार के माध्यम से), लंकेश्वरवध (लंका का विनाशक), महासेतुबंध ( रामसेतु के निर्माता), महाशैलप्रवाह (महान पर्वत को धारण करने वाला), गगनकर (जो चलता है और आकाश में उड़ता है), महाबलपारा क्रमा (जिसके पास महान शक्ति है), दीर्घपुच्चेन वेष्टय वैरिनम (दुश्मन को अपनी लंबी पूंछ से घेरें)

आगे उन्होंने बाल्मीकि रामायण का उदाहरण देते हुए लिखा ‘वाल्मीकि रामायण उत्तर कांड 36.23 के अनुसार, ब्रह्मा जी ने वायु देव से कहा, “तुम्हारा पुत्र हनुमान शत्रुओं के प्रति भयानक और मित्रों के लिए अजेय होगा। उसे युद्धों में कोई नहीं हरा सकता!’

आपको बता दें की लेखक निखिल चांदवानी की ये प्रतिक्रिया फिल्म आदिपुरुष की रिलीज के बाद आई है, निखिल चांदवानी के अलावा भी तमाम ऐसे क्रिटिक और आम दर्शक हैं जो फिल्म में चित्रित किये गए किरदारों को हजम नहीं कर पा रहे हैं. मसलन श्री राम का चमड़े का कवच और चमड़े की चप्पलें पहनना, सीता माता के वस्त्र, हनुमान जी की दाढ़ी, रावण और विभीषण का हेयर स्टाइल और लुक, लंका नगरी का स्याह चित्रण और इसके साथ ही फिल्म के तमाम ऐसे संवाद जो मूल रामायण से अलग तो हैं ही साथ ही बेहद भद्दे और फूहड़ सुनाई दे रहे हैं.

देखना होगा की ओम राउत की ये फिल्म दर्शकों से कितना कनेक्ट कर पायेगी और बॉक्स ऑफिस पर कितना कलेक्शन कर पायेगी, लेकिन शुरूआती प्रतिक्रिया देख कर तो यही लग रहा है की इस नए अंदाज़ में बनी मर्यादा पुरषोत्तम प्रभु श्री राम की कहानी को लोग हजम नहीं कर पा रहे हैं.

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Vipin Srivastava
Vipin Srivastava
journalist, writer @jankibaat1

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