जन की बात के संस्थापक और सीईओ प्रदीप भंडारी ने आज जन की बात में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी से एक्सक्लूसिव बातचीत की।
प्रदीप भंडारी से खास बातचीत के दौरान हरदीप सिंह पुरी ने विपक्षी एकता वाले सवाल का जवाब देते हुए कहा कि, हमने कर्नाटक चुनाव में कुछ गलतियां की है ये हम स्वीकार कर रहे है, हम जरूर चुनाव हारे थे पर हमारा वोट शेयर प्रतिशत कम नहीं था, और हिमाचल में भी हमारा वोट पर्सेंटेज सिर्फ 0.9 प्रतिशत ही कम था। लोकसभा चुनाव विधानसभा चुनाव से कई महीनों में बिल्कुल अलग होता है।
विपक्षी एकता पर बात करते हुए हरदीप सिंह पुरी ने बिना किसी का नाम लिए निशाना साधते हुए कहा है कि एक पार्टी है भारत के उत्तर- पूर्वी राज्य में गठबंधन की जो इस विपक्षी एकता के मुखिया भी हैं वह कहते हैं कि हमें अपने संगठन में ले लो, ममता बनर्जी को लेकर हरदीप पुरी ने कहा कि एक महिला नेता है वह कहती है कि दादा की बात माननी चाहिए और उन्हें भी संगठन में लेना चाहिए। उनका खुद का राज्य पूरी तरह जल रहा हैं।
अरविंद केजरीवाल कांग्रेस को अल्टीमेटम देते हैं कि दिल्ली में जो अध्यादेश है उसमें हमारा साथ दीजिए, जम्मू कश्मीर में एक नेता है कहते हैं जब 370 और धारा 35A की बात हो रही थी तो आप लोग कहां थे? कई लोग कहते हैं कि हम तो इसमें भाग ही नहीं लेंगे, बहन मायावती का अलग पक्ष है। तो विपक्षी एकता का तो कोई एजेंडा ही नहीं है बस इनकी सबकी एक सामान्य इच्छा है कि किसी तरह बीजेपी को हरा कर खुद सत्ता हासिल करे।
नीतीश कुमार जो इस गठबंधन के मुखिया है अगर आप उनका प्रशासनिक अनुभव देख ले तो बिहार बहुत लंबे समय से एक अच्छा प्रशासनिक राज्य नहीं है। जब से वह सत्ता में आए हैं तबसे जो थोड़ी बहुत इंडस्ट्री बची थी वह भी भाग गई, तो किस आधार पर वह कह रहे हैं कि 2024 का चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री बनेंगे अपने बिहार के अनुभव को लेकर?