अमरनाथ धाम की यात्रा एक जुलाई से शुरू हो रही है। कुल 62 दिनों तक यात्रा चलेगी। 30 जून को जम्मू के भगवती नगर से बाबा अमरनाथ धाम के लिए पहले जत्था निकलेगा। भोले बाबा के भक्त अलग-अलग जगहों से जम्मू पहुंचने लगे हैं । सुरक्षा बलों ने पूरी तरह से तैयारी की है।
बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए देश भर के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु जम्मू पहुंचने लगे हैं। यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य होता है, लेकिन कई बार श्रद्धालु पहले पंजीकरण नहीं करवा पाते हैं। इसके लिए जम्मू शहर में तत्काल पंजीकरण की विशेष व्यवस्था की गई है। जम्मू पहुंचे श्रद्धालु पंजीकरण कराकर टोकन लेने के लिए गुरुवार सुबह से ही लंबी कतारों में लग चुके हैं।
अमरनाथ यात्रा के दो कोणों यानी कि बालटाल और चंदनवाड़ी में 100 बिस्तरों का अस्पताल तैयार किया जा चुका है। इस अस्पताल में बेसिक चिकित्सा सुविधाएं ही नहीं होंगी बल्कि अस्पताल में सभी लैब की जांच महिलाओं की जांच के लिए विशेष सुविधा यहां तक कि आईसीयू की फैसिलिटी भी तैयार की गई है। देश के अलग-अलग 11 राज्यों से चुनकर आने वाले डॉक्टरों और स्टाफ की ड्यूटी यहां लगाई गई है। यह स्टाफ 4 बैच में काम करेगा ताकि चिकित्सा सुविधाएं 24 घंटे चलाई जा सके।
यात्रा में पहली बार ITBP की तैनाती की गई है। पिछले साल यात्रा 44 दिनों तक चली थी और उसमें भी 20 दिन मौसम खराब चला था। जिसके चलते यात्रा काफी प्रभावित हुई थी। इस बार आईटीबीपी और सीमा सुरक्षा बल शिविरों की निगरानी करने वाले हैं। इसके पहले सुरक्षा का ध्यान CRPF द्वारा रखा जाता था। CRPF इस बार भी गुफा के नीचे तैनात रहेंगे।इस साल बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा रात को भी जारी रहेगी।