देश भर में 30 जून को हूल क्रांति दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन उन महान क्रांतिकारियों को नमन किया जाता है, जिन्होंने अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए थे। 30 जून 1855 को आदिवासी भाइयों सिद्धो-कान्हो और चांद-भैरव के नेतृत्व में मौजूदा साहिबगंज के भोगनाडीह में लगभग 50 हजार आदिवासियों ने अंग्रेजी शासन के अधीन महाजनी प्रथा व बंदोबस्ती नीति के खिलाफ जंग का ऐलान किया था।
हूल दिवस के कार्यक्रम में सभा को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी.एल संतोष ने कहा कि पिछले 15 अगस्त को माननीय प्रधानमंत्रीजी ने देश से आह्वान किया। हर घर तिरंगा। लेकिन आह्वान करने के बाद उन्होंने इसके साथ एक और बात जोड़ी कि जिन घरों में छोटे छोटे बच्चे हैं उन छोटे बच्चों के हाथ से ही तिरंगा फहराना। अगर 10 साल का बच्चा आज तिरंगा फहराता है तो अगले 60-70 वर्ष तक तिरंगे का सम्मान करेगा। यही है ‘हर घर तिरंगा’ का उद्देश्य।
“अगर 10 साल का बच्चा आज तिरंगा फहराता है तो अगले 60-70 वर्ष तक तिरंगे का सम्मान करेगा। यही है ‘हर घर तिरंगा’ का उद्देश्य…”
-श्री @blsanthosh जी, राष्ट्रीय संघटन महामंत्री- @BJP4India #HulDiwasWithMHI @Sunil_Deodhar @AshaLakra79 @iSinghApurva @PoddarVaishali @MODIfiedVikas… pic.twitter.com/hwHfvdN9QV
— My Home India (@MyHomeIndia) July 1, 2023
बी.एल संतोष ने आगे कहा कि अटल जी के कार्यकाल में जो जनजाति समुदाय के विकास का कार्य शुरू हुआ था, वह मोदी जी के नेतृत्व में आज उन तक पहुंच रहा है। जनजाति वर्ग को उनका हक सरकार उनके घर तक पहुंचा रही है। सरकार द्वारा जनजातीय मंत्रालय बनाकर जनजातीय विकास के कार्य और विभिन्न योजनाएं लोगों तक आज पहुंचाई जा रही है।