महाराष्ट्र में अजित पवार के बगावत के बाद सियासी हलचल काफी तेज है। इसी बीच महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे शक्ति प्रदर्शन करने के लिए शिवाजी पार्क में दोपहर तीन बजे सभी सांसद, विधायक को जमा होने का फरमान सुनाया है।
बताते चलें कि महाराष्ट्र में हुए सियासी उलटफेर की आशंकाएं तो काफी समय से लग रही थी लेकिन इसकी पूरी पटकथा शुक्रवार को लिखी गई। शरद पवार को इस बगावत की भनक लगी तो शपथ ग्रहण का कार्यक्रम तुरंत रविवार को कर लिया गया।
अजित पवार ने अपने साथ 40 NCP विधायकों के होने की बात कही है। हालांकि बीते रविवार को अजित पवार के अलावा 9 एनसीपी विधायकों ने मंत्री पद की शपथ जरूर ली जिनमें धर्मराव अत्रम, सुनील वलसाडे, अदिति तटकरे, हसन मुश्रीफ, छगन भुजबल, धन्नी मुंडे, अनिल पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल शामिल हैं।
महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने दावा किया कि एनसीपी के 53 में से 40 विधायक राज्य सरकार का समर्थन कर रहे हैं। महाराष्ट्र की विधानसभा में कुल 288 सदस्य हैं। इसमें किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 145 विधायकों की जरूरत होती है।
वहीं एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल की तरफ से विधानसभा स्पीकर को बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकायत दी गई है। इसी बीच महाराष्ट्र के विधानसभा स्पीकर राहुल नारवेकर ने विधायकों की अयोग्यता को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, महाराष्ट्र विधानसभा के सम्मानित सदस्य और एनसीपी नेता जयंत पाटिल की तरफ से एक याचिका दी गई है, जिस पर विचार किया जाएगा और जांच के बाद योग्य फैसला लिया जाएगा। अजित पवार के पास कितने विधायकों का समर्थन है, इसे लेकर अब तक मेरे पास कोई जानकारी नहीं है।