दिल्ली, हिमाचल, पंजाब सहित देश के उत्तरी राज्यों में भारी बारिश हो रही है। दिल्ली में 41 साल का रिकॉर्ड टूटा है। 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे ज्यादा 153 मिमी बारिश हुई। इससे पहले 25 जुलाई 1982 में 169.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी। 2003 में 24 घंटे में 133.4 मिमी बारिश हुई थी। वहीं, 2013 में दिल्ली में 123.4 मिमी बारिश हुई थी। इधर, हरियाणा ने यमुना में 1 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा। इसके बाद दिल्ली सरकार ने बाढ़ की चेतावनी जारी की है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार बारिश के कारण सभी सड़कें, नदी और नालों का बुरा हाल है। शहर की स्थिति के मद्देनजर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज सोमवार दोपहर को सचिवाल में बैठक बुलाई। बैठक के बाद सीएम केजरीवाल ने कहा कि यह समय राजनीति करने के लिए नहीं है। उत्तर भारत में भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति पर सीएम केजरीवाल ने कहा कि सभी प्रभावित राज्यों की सरकारों को जनता को राहत देने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। बैठक में मंत्री सौरभ भारद्वाज, आतिशी और संबंधित अधिकारी मौजूद रहें। बैठक में यमुना नदी के स्तर में बढ़ोतरी पर भी चर्चा हुई।
बैठक में फ्लड कंट्रोल विभाग के बड़े अधिकारी और MCD के अधिकारी भी शामिल रहे। दिल्ली में भारी बारिश के कारण मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी सरकारी अधिकारियों की रविवार की छुट्टी रद्द कर दी थी और उन्हें क्षेत्रों में रहने का निर्देश दिया था। बारिश की वजह से लाजपत नगर, नेब सराय, राजधानी पार्क, ओखला अंडरपास, दिल्ली गोल्फ क्लब के पास की सड़क, टिकरी कलां मेट्रो स्टेशन के पास और अपोलो जसोला मेट्रो स्टेशन के पास, बहादुरगढ़, नांगलोई, नजफगढ़ आदि इलाकों में भी जलभराव हुआ।