विपक्षी एकता पर नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि एक पार्टी एनसीपी टूटी, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। पार्टियां पहले भी टूटी हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस टूटी थी, क्या उससे पहले विपक्ष की बैठक की जरूरत थी? यह लंबे समय से चल रहा है, यह जारी रहेगा। लेकिन अगर आप मुझसे पूछें, तो मुझे नहीं लगता कि शरद पवार अपनी पार्टी टूटने के बाद कमजोर हुए हैं, मुझे लगता है कि वह और मजबूत हो गए हैं। मुझे लगता है कि महाराष्ट्र के लोगों को इस तरह के बयान पसंद नहीं आए होंगे जो बन गए। नतीजे मतदान के समय सामने आ जाएंगे।
बीते शुक्रवार को भी एनसीपी की फूट पर नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इससे एनसीपी से नुकसान होगा या नहीं उसके लिए इंतजार करना पड़ेगा। जिस तरह की बातें अजित पवार ने शरद पवार की उम्र के बारे में की उसे महाराष्ट्र के लोगों ने बिलकुल पसंद नहीं किया। यह तोड़-फोड़ का काम करना बीजेपी की पुरानी आदत है। यह पहली बार नहीं है।
उन्होंने कहा बीजेपी ने अन्य राज्यों में भी टूट की कोशिश की है, कुछ में असफल रही, कुछ में सफल रही। यह बीजेपी का पुराना खेल है।तोड़-फोड़ का काम करना बीजेपी की पुरानी आदत है।
बताते चलें तो अजित पवार ने बीते दिनों शरद पवार के उम्र का मुद्दा भी उठाया था और कहा था कि वह 83 वर्ष के हो गए हैं। सीधे-सीधे उन्हें रिटायरमेंट की नसीहत दे डाली थी। इस पर शरद पवार ने कहा था कि मैं चाहे 82 का रहूं या 92 का प्रभावी रहूंगा। वहीं इस मुद्दे पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों को अजित पवार का वह बयान पसंद नहीं आया जिसमें उन्होंने शरद पवार के लिए सेवानिवृत्ति की मांग की थी।