दिल्ली-एनसीआर में पिछले तीन-चार दिनों में भारी बारिश हुई है। इस बारिश का ही असर है कि दिल्ली में यमुना नदी उफान पर है। आज सुबह यानी 11 जुलाई की बात करें तो दिल्ली में यमुना का जलस्तर 206.24 मीटर तक पहुंच गया है। यह जल स्तर खतरे के निशान 205.33 से काफी अधिक है। दिल्ली में यमुना के पानी का वॉर्निंग लेवल तो 204.50 है, जो कल यानी सोमवार 10 जुलाई दोपहर को ही पार कर गया था। अब आज दोपहर तक इसके 207 मीटर के स्तर पर पार कर जाने की आशंका है. दिल्ली यमुना में पानी के 207.49 मीटर पर पहुंचने को भीषण बाढ़ की स्थिति कहा जाता है।
बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने कमर कस ली है। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, हथिनीकुंड बैराज पर पानी का प्रवाह सोमवार सुबह पांच बजे से धीरे-धीरे बढ़कर 3,05,768 क्यूसेक हो गया। देर रात एक बजे यह घटकर 1,90,837 क्यूसेक रह गया था।आम तौर पर बैराज पर पानी का प्रवाह 352 क्यूसेक रहता है, लेकिन जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण इसका प्रवाह बढ़ जाता है। बैराज से पानी दिल्ली पहुंचने में 36 से 48 घंटे तक लगते हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में उफनाती यमुना नदी का रौद्र रूप देखकर तटीय क्षेत्रों बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। केंद्रीय जल आयोग यमुना खतरे के निशान 206.04 मिलीमीटर से ऊपर बहने पर ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है, यानि CWC ने दिल्ली सरकार से साफ कर दिया है कि अब यमुना के डूब वाले क्षेत्र में रहने वालों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने और जरूरी राहत कार्य शुरू कर दे, ताकि बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत मिल सके। हरियाणा के अधिकारियों ने सोमवार को हथिनीकुंड बैराज के सभी गेट खोल दिए।