प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस के दौर पर हैं। इस दौरान एलान किया गया कि अब UPI फ्रांस में भी काम करेगा। UPI के फ्रांस में काम करने के मायने क्या हैं और क्यों ये भारत के लिए एक गर्व की बात है। UPI को लेकर भारत और फ्रांस के बीच एक अग्रीमेंट हुआ है। फ्रांस इस एग्रीमेंट के बाद अब फ्रांस में जल्द ही UPI का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा। फ्रांस से पहले भी कई देशों में UPI का इस्तेमाल किया जा रहा है।
पीएम मोदी ने फ्रांस में एक कला केंद्र में भारतीय कम्युनिटी के लोगों से बात करते हुए यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि जल्द ही एफिल टावर के पास भी भारतीय पर्यटक यूपीआई का इस्तेमाल करते हुए रुपए में भुगतान कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि यूपीआई के इस्तेमाल के लिए फ्रांस के साथ एक समझौदा हुआ है, जिसकी शुरुआत एफिल टावर से होगी।
बताते चलें कि इन देशों की लिस्ट में यूएई, भूटान, नेपाल, मॉरिशियस और सिंगापुर जैसे नाम शामिल हैं। इन देशों में भूटान पहला देश था, जहां UPI का इस्तेमाल सबसे पहले शुरू हुआ था। यहां 2021 में भीम ऐप के जरिए UPI का इस्तेमाल शुरू हुआ था।
BHIM UPI को 2022 में पूरे संयुक्त अरब अमीरात में मशरेक बैंक की भुगतान सहायक कंपनी NEOPAY टर्मिनलों पर लाइव किया गया था। जनवरी 2023 में NPCI ने एलान किया था कि 10 देशों में एनआरआई अब भारतीय पेमेंट यानि यूपीआई का इस्तेमाल कर पाएंगे। इन देशों में सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, हांगकांग, ओमान, कतर, अमेरिका, सऊदी अरब, यूनाइटेड अरब अमीरात और यूनाइटेड किंगडम जैसे देश शामिल हैं।