दिल्ली में केंद्र सरकार के अध्यादेश को लेकर कांग्रेस ने अब अरविंद केजरीवाल का समर्थन कर दिया है। कांग्रेस ने कहा कि वो केंद्र के इस अध्यादेश को समर्थन नहीं देगी। अब कांग्रेस के इस फैसले का आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और नेता राघव चढ्ढा ने स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने बीजेपी पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा की बीजेपी डरी हुई है और 2024 में पीएम मोदी की वापसी नहीं हो रही है।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए राघव चढ्ढा ने कहा ” कल विपक्षी दल केंद्र के अध्यादेश का विरोध करने के लिए एक साथ आए, यह एक महत्वपूर्ण बात है।” उन्होनें कहा ये जो कुनबा बना है उसे देखकर आज बीजेपी को नींद नहीं आ रही है। बीजेपी डरी हुई है। पीएम मोदी 2024 में वापस नहीं रहे हैं क्योंकि देश के लोगों ने मन बना लिया है। वहीं आज विपक्ष की बड़ी बेंगलुरु में होने जा रही है। ये बैठक दो दिनों तक यानी 17 और 18 जुलाई को होगी।
बेगलुरु में आज से दो दिवसीय विपक्ष की बैठक
2024 आम चुनाव के मद्देनजर बेंगलुरु में आज से विपक्ष की दो दिवसीय बैठक शुरू होने जा रही है। इस बैठक के लिए एजेंडा और मिनट टू मिनट कार्यक्रम भी तय किया गया है, ताकि इस बार विपक्षी एकता की बैठक में कोई ठोस निर्णय लिया जा सके। बीते महीने जून में पटना में नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक नीति तैयार होने के हिसाब से तो बेनतीजा रही थी और इस दौरान बैठक में शामिल हुए दलों के बीच किसी भी तरह की आम सहमति नहीं बन पाई थी। अब इस लिहाज से 17-18 जुलाई को होने वाली बैठक महत्वपूर्ण होने वाली है।
दो दिवसीय बैठक पर सबकी निगाहें
इस बैठक पर सबकी निगाहें इसलिए भी हैं, क्योंकि पहली और दूसरी बैठक की इस तारीख के बीच में महाराष्ट्र की सियासत में बड़ा बदलाव हो चुका है। शरद पवार जो कि अब तक विपक्षी एकता में एक बड़े नेता के नजरिए से देखे जा रहे थे वह पारिवारिक टूट के साथ पार्टी बचाने की जद्दोजहद से जूझ रहे हैं. खबर है कि वह बेंगलुरु में आयोजित हो रही इस बैठक के डिनर कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। टीएमसी चीफ ममता बनर्जी पहले ही इस डिनर से दूरी बना चुकी हैं. हालांकि 18 जुलाई को होने वाली बातचीत में ममता शामिल रहेंगी।
ऐसे में विपक्षी एकता का ये कार्यक्रम किस तरह का होने वाला है, इसके खास एजेंडे क्या हैं और मिनट टु मिनट कार्यक्रम क्या है। इस पर डालते हैं एक नजर।